बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन से दूर है क्योंकि दोनों ने नागरिकों को धोखा दिया है। यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यह भी दावा किया कि अगर ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं की गई तो भाजपा लोकसभा चुनाव में बड़ा संघर्ष करना होगा।
उन्होंने कहा, बसपा ने भाजपा या कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया क्योंकि इन दोनों पार्टियों ने लोगों को धोखा दिया है। दोनों के घोषणापत्र कमजोर हैं। हम लोकसभा चुनाव दलितों, आदिवासियों, अन्य पिछड़े वर्गों और मुसलमानों की ताकत पर भरोसा कर लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, आजादी के बाद कांग्रेस ने देश और राज्यों पर जातिवादी और पूंजीवादी दृष्टिकोण से शासन किया। उस पार्टी की कथनी और करनी मेल नहीं खाती थी। मायावती ने यह भी कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव में जीत के लिए संघर्ष करेगी क्योंकि उसने वादे पूरे नहीं किये हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, उनकी एक-चौथाई गारंटी भी लागू नहीं की गई है। अगर चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराए जाएं और ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं की जाए तो भाजपा आसानी से चुनाव नहीं जीत पाएगी।
मायावती ने दावा किया कि केंद्र की भाजपा सरकार निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित कर रही है, जो आरक्षण नहीं देता है। रीवा में बसपा के अभिषेक पटेल का मुकाबला भाजपा के मौजूदा सांसद जनार्दन मिश्रा और कांग्रेस उम्मीदवार नीलम मिश्रा से है।