उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक अधिकारी से लाखों रुपये लूटे गए हैं. अधिकारी का आरोप है कि उन्हें अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अकाउंट टेलीग्राम पर 10,000 रुपये का गिफ्ट जीतने का मैसेज आया था. इस मैसेज में लिखा था कि आप जितने भी पैसे लगाएंगे,उसके दो गुना से ज्यादा पैसे आपको मिलेंगे. यह देखकर अधिकारी ने अपने टोटल 34.76 लाख रुपए गंवा दिए. जब ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज की.
आजकल कई तरह के साइबर क्राइम के मामले सुनने-देखने को मिलते रहते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ है गोरखपुर में युवा कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात एक अधिकारी के साथ. अधिकारी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, उन्हें टेलीग्राम पर एक मैसेज आया था, जिसमें 10 हजार रुपये का गिफ्ट जीतने की बात कही गई थी.
साथ ही कहा गया था कि अगर आप 10,000 रुपये लगाते हैं तो आप 20 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक का इनाम जीत सकते हैं. इतना ही नहीं इस इनामी राशि के अलावा गिफ्ट का वाउचर अलग से मिलने की बात भी लिखी थी. इससे प्रभावित होकर अधिकारी ने 10 हजार रुपये लगाए तो उनके उनके एकाउंट में 20 हजार रुपये आ गए, यह देखकर अधिकारी ने और पैसे लगाने की सोची ताकि उन्हें डबल पैसे मिल सकें.
ऐसे हुए ठगी का शिकार
पैसें इनवेस्ट करने का यह क्रम 6 अप्रैल तक चलता रहा. इस कड़ी में एक बार जब उन्होंने 50 हजार रुपये लगाए तो उन्हें 3 लाख के इनाम का मैसेज दिखा था. इस वाउचर को पाने के लिए इन ठगों ने अधिकारी से और पैसे लगवाए. ऐसा करते-करते युवा कल्याण अधिकारी ने ठगों के अकाउंट में टोटल 34.76 लाख रुपये डाल दिए. खबरों के मुताबिक, अधिकारी ने ठगों को पैसे देने के लिए 15 लाख रुपये का लोन भी लिया था. लेकिन इसके बाद ये साइबर ठग उनसे पैसों की डिमांड करते रहे. इस दौरान उनके पास पैसे नहीं बचे थे लेकिन ठग अभी भी उन्हें पैसे देने के लिए फोर्स करते रहे थे, जिससे परेशान होकर अधिकारी ने कहा कि वो और पैसे नहीं लगाएंगे, उन्होंने कहा कि आसपास के लोगों से भी पैसा मिलना बंद हो गया है.
करा दी पुलिस में शिकायत
यह बात सुन ठगों ने कहा कि और पैसा नहीं लगाएंगे तो आपकी पूरी पूंजी डूब जाएगी. इसके बाद परेशान अधिकारी को जब ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने पुलिस से शिकायत करने की सोची और पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करा दी. वहीं इस संबंध में एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया की पीड़ित की तहरीर पर साइबर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस मामले की जांच की जा रही है. जल्द ही इस गिरोह का पर्दाफाश किया जाएगा.