चिलचिलाती गर्मी के बावजूद, राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने सारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही बेटी रोहिणी आचार्य के लिए प्रचार किया। बुधवार देर शाम सारण के रौजा में एक पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद, लालू ने एक सभा में कहा कि उनकी बेटी लोगों को धोखा नहीं देगी जैसा कि मौजूदा भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कथित तौर पर किया था। उन्होंने दावा किया कि रूडी 2014 और 2019 के चुनावों के दौरान किए गए अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं कर सके।
लालू ने एक बार फिर बीजेपी पर संविधान बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया और बीजेपी को किसी भी कीमत पर संविधान को खत्म नहीं करने देने का संकल्प लिया। उन्होंने टिप्पणी की, अगर संविधान नहीं होता तो आरक्षण नहीं होता। लालू ने बेटे तेजस्वी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने 17 महीने में जो किया, वह नीतीश कुमार 17 साल में बिहार के लिए नहीं कर सके। भाजपा पर परोक्ष रूप से प्रहार करते हुए कहा, ‘‘बाबा साहेब आंबेडकर के बनाए संविधान को मिटाने और खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। अगर संविधान नहीं होता तो न आरक्षण होता और न ही लोकतंत्र। हमें उन लोगों को सबक सिखाना होगा जो संविधान को खत्म करना चाहते हैं।’’
राजद प्रमुख ने आरोप लगाया था कि भाजपा के नेता खुलेआम फिर से सत्ता में आने पर संविधान को बदलने की बातें कर रहे हैं लेकिन पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसको लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि इससे पूर्व आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत ने भी आरक्षण की समीक्षा की बात की थी। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कहा कि यह चुनाव उन्हें सजा देगा जो संविधान के खिलाफ हैं एवं देश को ‘‘विकसित भारत’’ बनाने के केंद्र के प्रयासों का विरोध कर रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस और उसके सहयोगी मुझे अपमानित करने के लिए संविधान के नाम पर झूठ बोल रहे हैं। राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) संविधान का सम्मान करता है। मोदी और भाजपा तो क्या स्वयं बाबा साहेब आंबेडकर भी इस संविधान को नहीं बदल सकते हैं, इसलिए विपक्ष झूठ फैलाना बंद करे।’’