इंडियन प्रीमियर लीग के हर सीजन में महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास को लेकर बात जरूर की जाती है लेकिन हर बार वो अपनी बल्लेबाजी से सवाल का जवाब देते हैं. इस सीजन में मौजूदा चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच हुए मैच में भी कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद उनके संन्यास की बातें एक सीजन और टलने वाली है. आखिरी ओवर में आकर चेन्नई के पूर्व कप्तान ने 500 के स्ट्राइक रेट से रन बरसाए और जितने रन उन्होंने बनाए उतने ही रन से टीम को मुंबई के खिलाफ जीत मिली.
चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियंस की टीम को उसी के घर पर घुसकर मात दी. टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम ने कप्तान रुतुराज गायकवाड और शिवम दुबे की फिफ्टी के दम पर 4 विकेट पर 206 रन का स्कोर खड़ा किया. मुंबई की टीम के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने शानदार शतकीय पारी खेली लेकिन वो टीम को जीत नहीं दिला पाए. 6 विकेट के नुकसान पर टीम 186 रन तक ही पहुंच पाई.
महेद्र सिंह धोनी ने 4 बॉल पर पलट दिया मैच
चेन्नई सुपर किंग्स की टीम को रुतुराज गायकवाड और शिवम दुबे ने 180 रन के पार पहुंचाया लेकिन 200 का स्कोर महेंद्र सिंह धोनी के छक्कों की बदौलत पार किया. तीसरा विकेट गिरने के बाद पूर्व कप्तान ने जब मैदान पर कदम रखा तो पारी में सिर्फ 4 बॉल ही बचे थे. मुंबई के कप्तान हार्दिक पंड्या के हाथों में गेंद थी और धोनी ने तीन बॉल पर लगातार तीन छक्के मारे इसके बाद आखिरी बॉल पर 2 रन लिया.
धोनी ने बनाए जितने रन मुंबई उतने रन से हारा
मुंबई इंडियंस के खिलाफ चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 4 बॉल पर तीन लगातार छक्के और 2 रन लेकर 20 रन बनाए. कमाल की बात यह कि मुंबई ने 6 विकेट पर 186 रन बनाए और चेन्नई ने 20 रन से मैच जीता. अगर महेंद्र सिंह धोनी ने यह 20 रन नहीं बनाए होते तो शायद नतीजा कुछ और होता. इस धुरंधर के बनाए रन ने ही मैच में अंतर पैदा किया.