किसी टेस्ट की दोनों पारियों में शतक बनाने की हसरत हर बैटर के मन में होती है. टेस्ट क्रिकेट के 146 साल के इतिहास में कई बैटर यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. भारत के सुनील गावस्कर और ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग व डेविड वॉर्नर तो यह कारनामा तीन बार अंजाम दे चुके हैं. गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ तथा 1978 में पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी. रिकी पोंटिंग ने 2005 में इंडीज और 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सिडनी और डरबन टेस्ट में ऐसा किया था. इसी तरह बाएं हाथ के बैटर वॉर्नर ने 2014 में दक्षिण अफ्रीका और भारत तथा 2015 में न्यूजीलैंड के खिलाफ इस खास क्लब में अपना नाम दर्ज कराया था. भारतीय टीम के मौजूदा क्रिकेटरों में विराट कोहली और रोहित शर्मा भी एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ने का खास रिकॉर्ड बना चुके हैं.
इससे इतर तीन मौके ऐसे भी आए हैं जब एक ही टीम के दो बैटर्स ने दोनों पारियों में शतक लगाया है. ऑस्ट्रेलिया के दो भाइयों की जोड़ी-इयान और ग्रेग चैपल ने सबसे पहली बार वर्ष 1974 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन में यह कमाल किया था. इयान और ग्रेग के बाद पाकिस्तान के अजहर अली और मिस्बाह उल हक ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ष 2014 में अबूधाबी में और आखिरी बार इसी वर्ष सिलहेट टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ श्रीलंका के धनंजय डिसिल्वा और कामिंदु मेंडिस ने यह उपलब्धि हासिल की थी.
बड़े भाई इयान पर भारी पड़े थे छोटे भाई ग्रेग
मार्च 1974 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन में खेले गए टेस्ट मैच में इयान और ग्रेग चैपल ने दोनों पारियों में शतक जड़ने का कारनामा किया था.एक ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक बनाने वाली यह सगे भाइयों की इकलौती जोड़ी है. टेस्ट में बड़े भाई इयान ने पहली पारी में 145 और दूसरी पारी में 121 रन का स्कोर बनाया था जबकि ग्रेग ने पहली पारी में नाबाद 247 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में 133 रन की पारी खेली थी. इस मैच की पहली पारी में चैपल भाइयों ने 264 रन और दूसरी पारी में 86 रन की साझेदारी की थी.रनों से भरपूर इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी छह विकेट पर 511 और दूसरी पारी 8 विकेट पर 460 रन बनाकर घोषित की थी. मैच ड्रॉ समाप्त हुआ था.
पाकिस्तान के अजहर और मिस्बाह ने किया ‘दोहरा कमाल’
30 अक्टूबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान के अजहर अली और मिस्बाह उल हक ने दोनों पारियों में शतक जड़े.न्यूट्रल वेन्यू अबूधाबी में यह टेस्ट खेला गया था. मैच की पहली पारी में अजहर अली ने 109 रन और दूसरी पारी में नाबाद 100 रन बनाए थे जबकि कप्तान मिस्बाह उल हक ने दोनों पारियों में 101 रन का समान स्कोर बनाया था.दोनों बैटर दूसरी पारी में नाबाद पवेलियन लौटे थे.पाकिस्तान की पहली पारी में अजहर और मिस्बाह के शतक के अलावा यूनुस खान ने भी दोहरा शतक (213) बनाया था. बैटरों के इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत पाकिस्तान टीम पहली पारी में 6 विकेट पर 570 (पारी घोषित) और दूसरी पारी में 3 विकेट पर 293 रन (पारी घोषित) का बड़ा स्कोर बनाने और टेस्ट को 356 रनों के बड़े अंतर से जीतने में सफल हुई थी.
श्रीलंका के धनंजय और कामिंदु भी हैं इस खास लिस्ट में
श्रीलंका के धनंजय डिसिल्वा और कामिंदु मेंडिस एक ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ने वाली आखिरी बल्लेबाज जोड़ी हैं. मार्च 2024 में बांग्लादेश के खिलाफ सिलहेट टेस्ट में कप्तान धनंजय डिसिल्वा ने पहली पारी में 102 रन और दूसरी पारी में 108 रन बनाए थे जबकि कामिंदु ने पहली पारी में 102 और दूसरी पारी में 164 रन बनाए थे.मजे की बात यह है कि धनंजय और कामिंदु, दोनों लोअर ऑर्डर के बैटर हैं.इन दोनों बैटरों के शतक की बदौलत श्रीलंका ने पहली पारी में 280 और दूसरी पारी में 418 रन बनाए थे और दोनों पारियों में मेजबान बांग्लादेश को 200 रन से पहले ही आउट करके टेस्ट 328 रनों से जीत लिया था.