देश और दुनिया में ईद के त्योहार को लेकर तैयारियां जोर शोर से की जा रही है। ईद की तैयारियों को लेकर बाजार में भीड़ बेहद अधिक हो गई है। ईद का इंतजार लोगों के बेसब्री से हो रहा है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक रमजान का नौवा महीना होता है। ईद उल फितर की तारिख शव्वाल अर्धचंद्र का दर्शन करन के पूरा जाना जाहिए।
इस वर्ष भारत में ईद का त्याहोर कब मनाया जाएगा, इसकी घोषणा हो गई है। सऊदी अरब, संयु्क्त अरब अमीरात, कतर जैसे देशों ने घोषणा की है कि ईद 10 अगस्त को मनेगी। वहीं भारत में चांद नहीं दिखाई दिया है। दिल्ली, हैदराबाद और लखनऊ में अर्धचंद्र नहीं दिखा है, इसलिए भारत में ईद का त्योहार 11 अप्रैल को होगा। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बुधवार को जबकि देश के अन्य हिस्सों में ईद-उल-फित्र का त्यौहार बृहस्पतिवार को मनाया जाएगा।
हालांकि कई शहर ऐसे भी थे जहां भारत में चांद दिखा है, जिसके बाद इन शहरों में ईद 10 अप्रैल को ही मनाई जा रही है। वहीं जहां चांद का दीदार नहीं हुआ है उन जगहों पर ईद 11 अप्रैल को मनेगी। जानकारी के मुताबिक कारगिल और केरल में चंद्रमा दिखाई दिया था, जिसके बाद यहां बुधवार 10 अप्रैल को ईद मनाई जा रही है।
माना जा रहा है कि पूर्ण सूर्य ग्रहण होने के कारण चांद के दिखाई देने पर भी असर पड़ सकता है। ग्रहण के बाद तत्काल रुप में अर्धचंद्र नहीं दिख सकता है। ऐसे में नौ अप्रैल 2024 तक चांद देखने में देर होगी। चांद दिखने के बाद ही ईद का त्योहार मनाया जाएगा। बता दें कि भारत समेत अन्य दक्षिण एशिया के देशों में नौ अप्रैल को चांद दिखाई नहीं दिया है। ऐसे में इस दिन भी मुसलमान रोजा रखेंगे। इसके बाद बुधवार 10 अप्रैल को चांद नजर आने के बाद 11 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी।
फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद का कहना है कि मंगलवार को ईद का चांद नज़र नहीं आया, इसलिए ईद-उल-फित्र का त्यौहार बृहस्पतिवार को मनाया जाएगा तथा बुधवार को 30वां और आखिरी रोज़ा होगा। मुकर्रम ने बताया कि ईद का चांद नज़र नहीं आया है, इसलिए ईद का त्यौहार 11 अप्रैल को मनाया जाएगा। हालांकि, ईद केरल, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बुधवार को मनाई जाएगी। सैयद सादिक अली शिहाब थंगल और जिफरी मुथुक्कोया थंगल सहित केरल के अन्य मौलवियों ने कहा कि शव्वाल का चांद देखा गया है और राज्य में बुधवार को ईद मनाई जाएगी। श्रीनगर में मुफ्ती नासिर-उल-इस्लाम ने कहा कि चांद दिख गया है और बुधवार को जम्मू-कश्मीर में ईद मनाई जाएगी। मुफ्ती मुकर्रम ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और राजस्थान समेत किसी भी राज्य से चांद दिखने की खबर नहीं मिली है।’’
मुकर्रम ने कहा कि बुधवार को 30वां रोज़ा होगा और शव्वाल (इस्लामी केलेंडर के 10वें महीने) की पहली तारीख बृहस्पतिवार को होगी। शव्वाल के महीने के पहले दिन ईद होती है। वहीं, जामा मस्जिद के पूर्व इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि देश के किसी हिस्से से शव्वाल यानी ईद-उल-फित्र का चांद दिखने की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हिंदुस्तान के अलग-अलग हिस्सों- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल व बिहार में संपर्क किया गया लेकिन कहीं भी चांद नहीं दिखा है।’’ बुखारी ने कहा, ‘‘ईद 11 अप्रैल को मनाई जाएगी।’’ उधर, मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद से जुड़े इमारत ए शरीया हिंद ने भी ऐलान किया है कि मंगलवार को देश के किसी हिस्से में मीठी ईद का चांद नज़र नहीं आया। संगठन ने एक बयान में कहा, ‘‘यह पुष्टि की जाती है कि देश के किसी भी हिस्से से चांद दिखने की कोई खबर नहीं है, लिहाज़ा ईद-उल-फित्र 11 अप्रैल को होगी।’’ अभी इस्लामी केलेंडर का नौवां महीना ‘रमज़ान’ चल रहा है जिसमें समुदाय के लोग रोज़ा (व्रत) रखते हैं। रमज़ान के महीने में रोज़ेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते-पीते हैं। यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है।