उत्तर प्रदेश के कानपुर में ईद की नमाज को लेकर सख्त कदम उठाए गए हैं. इस बार शहर की बड़ी ईदगाह में एक नहीं बल्कि दो बार में ईद की नमाज अदा की जाएगी. शहर की सड़कों पर नमाज अदा नहीं होगी. यह फैसला खुद शहर के जिम्मेदारान मुस्लिम समाज के लोगों ने किया है. मौलानाओं और शहर काजियों ने लोगों से ईदगाह और मस्जिदों में ही नमाज पढ़ने की अपील की है.
ईद चांद के दीदार के साथ 10 या 11 अप्रैल को मनाई जाएगी. ईद पर सुबह में सभी लोग मिलकर ईद की नमाज अदा करते हैं. नमाजियों की बेतहाशा भीड़ को देखते हुए इस साल अहम फैसले लिए गए हैं. मौलना, शहर काजी और मुस्लिम समाज के लोगों ने ईद की नमाज को सरकार और कोर्ट की गाइडलाइन के अनुरूप अदा करने के लिए बैठक की थी. पूर्व में नमाजियों की बड़ी संख्या के कारण ईद की नमाज सड़कों पर भी अदा की जाती थी. इस बार अब नमाज ईदगाह और मस्जिदों में अदा की जाएगी.
दो शिफ्ट में होगी ईद की नमाज
शहर की बड़ी ईदगाह में दो शिफ्ट में नमाज अदा होगी. इसके पीछे वजह नमाजियों की भारी भरकम तादाद भी है. कानपुर की बड़ी ईदगाह के अंदर नमाज पढ़ने के लिए एक साथ पूरे नमाजी नहीं आ पाते हैं. सैकड़ों नमाजी सड़क पर आ जाते हैं और नमाज पढ़ते हैं. इससे सड़क पर जाम की स्थिति बन जाती है. पिछले साल सड़क पर नमाज पढ़ने वालों पर प्रशासन ने मुकदमे दर्ज कराए थे.’
‘सड़क पर न पड़ें नमाज’
शहर के मौलानाओं ने सख्त कदम उठाते हुए ईदगाह और मस्जिदों के अंदर ईद की नमाज पढ़ने के लिए लोगों को कहा है. कानपुर की बड़ी ईदगाह में ईद की नमाज सुबह 8 बजे होगी, वहीं दूसरी नमाज 9:30 बजे अता की जाएगी. मौलानाओं और शहर काजियों ने लोगों से दो शिफ्ट में नमाज पढ़ने की गुजारिश की है. उन्होंने यह भी कहा है की नमाज मस्जिद के अंदर ही पढ़ी जाए.
इस तरह होगी ईद की नमाज
मरकजी ईदगाह कमेटी के जिम्मेदारों ने दो समय की नमाज पढ़ने का अपना शेड्यूल बनाया है. मरकजी ईदगाह के आलम जफर ने बताया कि पहले पढ़ी जाने वाली नमाज की इमामत मौलाना शकील करेंगे वहीं, दूसरी नमाज की इमामत हाफिज सुब्हान करेंगे. ईदगाह पर नमाज अदा करने आने वालों से अपील है कि पहले नमाज में अगर जगह नहीं मिलती है तो वह दूसरी नमाज का इंतजार कर लें. उन्होंने अपील की कि बाहर सड़क पर नमाज मत पढ़ें.