पिछले साल क्षयरोग या तपेदिक (टीबी) के 25.55 लाख मामले सामने आए, जो 60 के दशक में राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) शुरू होने के बाद से सबसे अधिक है। एक सरकारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 32 प्रतिशत अधिसूचित मामले निजी स्वास्थ्य क्षेत्र से आए हैं। पिछले साल अधिसूचित कुल क्षयरोग के मामलों में से 8.4 लाख से अधिक निजी क्षेत्र से थे। वर्ष 2022 के मुकाबले इसमें 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट के अनुसार 2017 के बाद से टीबी के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है।