लोकसभा चुनाव में लड़ने के लिए इस बार केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को टिकट नहीं मिला है। यहां तक की खुद निर्मला सीतारमण ने भी साफ कर दिया है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में नहीं लड़ेंगी। ये बात खुद निर्मला सीतारमण ने बताई है।
निर्मला सीतारमण ने कहा है कि उन्हें तमिलनाडु या आंध्र प्रदेश से चुनाव लड़ने का विकल्प दिया गया था। उन्होंने बताया कि पार्टी ने मुझसे पूछा था लेकिन कई हफ्तों के विचार के बाद मैंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनसे पूछा था कि वो दक्षिण में आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु से चुनाव लड़ सकती है। मगर उन्होंने खुद ही इसके लिए मना कर दिया। एक मीडिया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं है इसलिए मैंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा की पार्टी ने भी मेरी परेशानी समझी, जिसके मैं पार्टी की आभारी हूं। उन्होंने बताया की उनके पास अधिक धन नहीं है क्यूंकि मेरा वेतन, मेरी कमाई और मेरी बचत मेरी है, भारत की संचित निधि नहीं। उन्होंने बताया कि मैंने भाजपा के प्रस्ताव को यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि उनके पास लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए जरूरी ‘‘उस तरह का धन नहीं हैं। मुझे यह भी समस्या है कि आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु। जीतने लायक विभिन्न मानदंडों का भी सवाल है... आप इस समुदाय से हैं या आप उस धर्म से हैं? मैंने नहीं कहा, मुझे नहीं लगता कि मैं ऐसा करने में सक्षम हूं।’’
प्रचार में लेंगी हिस्सा
देश में 19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव होने वाले है, जिसे देखते हुए निर्मला सीतारमण उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करेंगी। बता दें कि पार्टी ने कई राज्यसभा सदस्यों को मैदान में उतारा है, जिसमें पीयूष गोयल, भूपेन्द्र यादव, राजीव चन्द्रशेखर, मनसुख मांडविया और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम शामिल हैं। निर्मला सीतारमण कर्नाटक से राज्यसभा की सदस्य हैं।