उत्तर प्रदेश के कानपुर के सीसामऊ विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी की किस्मत का फैसला आज आ सकता है. जाजमऊ में एक खली प्लाट में महिला की झोपड़ी को आगे के हवाले करने के आरोप में कोर्ट अपना फैसला आज सुना सकती है. इरफ़ान सौलंकी महाराजगंज जेल में बंद हैं. कोर्ट ने उन्हें आज तलब किया है. इस मामले में इरफान के भाई रिजवान सौलंकी पर भी मामला दर्ज किया गया है.
कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी का निवास जाजमऊ में मौजूद है. इरफान के घर के पास ही एक प्लॉट में नजीर फातिमा अपने पूरे परिवार के साथ कच्चे मकान में रहती हैं. आरोप है कि 7 नवंबर 2022 को इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी ने कई साथियों के साथ मिलकर पीड़िता के घर में आग लगा दी थी. इस मामले में नजीर फातिमा की तरफ से 8 नवंबर को मुकदमा दर्ज कराया गया.
सजा के बाद जा सकती है विधायकी!
पुलिस ने आईपीसी की धारा 436, 120बी के अलावा कई धाराओं में इरफान सोलंकी और भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. जांच के बाद पुलिस ने इरफान, रिजवान, शरीफ, शौकत और इजरायल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. अभियोजन की तरफ से कुल 18 गवाह पेश किए गए जबकि बचाव पक्ष ने 3 गवाह पेश किए थे. इस मामले में धारा 436 में कम से कम 10 वर्ष और अधिकतम आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है. नियम के अनुसार अगर 2 साल से ज्यादा की सजा होती है तो इरफान सोलंकी की विधायकी चली जायेगी.
तैनात किया गया भारी पुलिस फोर्स
सरकारी अधिवक्ता भास्कर मिश्रा के अनुसार इस मामले में एमपीएमएलए कोर्ट आज अपना फैसला सुना सकती है. इरफान सोलंकी इस समय महाराजगंज जेल में बंद है और कोर्ट ने इरफान को आज के लिए तलब भी किया है. जेसीपी हरीश चंदर के अनुसार फैसले की संभावना को देखते हुए कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल की तैनाती की जा रही है. इसके साथ ही विधायक का मामला होने के नाते सीसामऊ विधानसभा और शहर के अन्य हिस्सों में भी फोर्स की तैनाती रहेगी. किसी भी समस्या से निपटने के लिए पीएसी समेत कुछ 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा.