इलाहाबाद विश्विद्यालय में होली खेलने को लेकर यूनिवर्सिटी और हिंदू संगठन के बीच घमासान छिड़ गया है. यूनिवर्सिटी की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की ओर से वहां होली मनाने पर लगाई गई रोक के खिलाफ छात्रसंघ भवन पर विरोध प्रदर्शन किया है. परिषद ने प्रतिबंध को 24 घण्टे के अंदर हटाने की मांग की है.
परिषद के इलाहाबाद यूनिवर्सिटी यूनिट के अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी का कहना है कि भारतीय संस्कृति की विशेष पहचान उनके त्योहार हैं. हम यूनिवर्सिटी की ओर से लगाए गए इस रोक का विरोध करते हैं. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जैसे महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थान में होली के त्योहार पर होली खेलने के प्रतिबंध को कभी भी स्वीकार नहीं किया जाएगा.
होली नहीं है हुड़दंग
आलोक त्रिपाठी ने होली के त्योहार के लिए हुड़दंग जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने का कड़ा विरोध किया है. आलोक का कहना है कि होली जैसे पावन त्योहार जो कि भारतीय सांस्कृतिक का अभिन्न हिस्सा है. इस त्योहार के लिए ऐसे शब्दों के इस्तमाल करना उचित नहीं है. परीक्षाओं के नाम पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लगाई गई रोक केवल प्रशासनिक अराजकता को दिखाती है. उन्होंने परीक्षाओं की जानकारी देते हुए कहा कि कुछ विभाग ही ऐसे हैं जहां परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं.
जिन विभागों में परीक्षाएं चल रही हैं वहां परीक्षाओं के दौरान छात्र होली नहीं मनाते हैं. परीक्षा देने के बाद ही वह होली मनाते हैं. ऐसे में पूरे कैंपस में होली पर प्रतिबंध अनुचित व तर्कहीन है. ऐसे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की यह स्पष्ट मांग है कि लगाए गए प्रतिबंध पर विश्वविद्यालय प्रशासन पुनर्विचार कर इसे 24 घण्टे के भीतर हटाए अन्यथा वह इसी तरह से आंदोलन करते रहेंगे.
आलोक त्रिपाठी ने कहा कि,” इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने होली जैसे पावन त्योहार को मनाने पर प्रतिबंध तर्कहीन है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ओर से जारी की गई नोटिस में ‘होली संबंधी हुडदंग’ जैसे शब्दों का प्रयोग विश्वविद्यालय प्रशासन की कुत्सित मानसिकता को दिखाती है.
वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई के इकाई मंत्री आयुष्मान चौहान ने कहा कि,” इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा परीक्षाओं के नाम पर होली को कैंपस में बैन किया जाना बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है. भारत जैसा देश जो अपनी विशिष्ट संस्कृति के लिए जाना जाता है, वहां ऐसे तुगलकी फरमान जारी कर होली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर रोक बिल्कुल भी सही नहीं है”
यूनिवर्सिटी का क्या है होली कर फरमान
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्टार प्रो.के एन उत्तम की तरफ से एक फरमान जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि समस्त छात्र/छात्राओं को सूचित किया जाता है कि वर्तमान समय में विश्वविद्यालय में सत्र 2023-2024 की वार्षिक परीक्षाएं चल रही है. इसलिए विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार का शोरगुल, होली सम्बन्धी हुड़दंग एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम करना प्रतिबंधित है. यदि कोई उक्त कृत्य करता हुआ पाया जाएगा, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी. सभी छात्र अपना वास्तविक परिचय पत्र अपने पास अवश्य रखें.