मुंबई: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि महा विकास आघाडी (एमवीए) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रकाश आंबेडकर की अगुवाई वाली वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) को चार सीटें देने का प्रस्ताव दिया है। आंबेडकर महा विकास आघाडी (एमवीए) के घटक दलों - शिवसेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस की आलोचना करते हुए बातचीत के दौरान समन्वय की कमी का आरोप लगाया है।
राउत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘वीबीए ने हमें जिन 27 सीटों की सूची दी है उनमें से हमने उन्हें चार सीटों का प्रस्ताव भेजा है। हमने आंबेडकर से चार सीटों के प्रस्ताव पर विचार करने और हमें यह बताने के लिए कहा है कि वे और क्या चाहते हैं। वीबीए के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं।’’ एमवीए नेताओं ने बीती रात दिल्ली से आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक बैठक की। बहरहाल, वीबीए के प्रतिनिधि इस बैठक में उपस्थित नहीं हुए जबकि उन्होंने पहले बातचीत में भाग लिया था। शिवसेना (यूबीटी) नेता ने उन खबरों को भी खारिज किया कि विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे नाराज हैं और एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं।
राउत ने कहा, ‘‘दानवे पक्के वफादार हैं और नाराज नहीं हैं। उन्होंने छत्रपति संभाजीनगर सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर नहीं की। उद्धव जी ने उनसे और पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे से शुक्रवार को बात की और दोनों नेता उस प्रत्याशी के लिए काम करेंगे जिसे उद्धवजी ने इस सीट के लिए चुना है।’’ चुनावी बॉण्ड योजना को धन शोधन का मामला बताते हुए राउत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ मामले दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा ‘एक्स’ पर अपने नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ लिखने पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मोदी का परिवार वे ठेकेदार और उद्योगपति हैं जिन्होंने चुनावी बॉण्ड योजना में चंदा दिया है। जब ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आएगा तो देश के गरीब लोग हमारा परिवार होंगे।