सरकार का आपकी 300 यूनिट बिजली का बिल फ्री करने प्लान
क्यों विश्वास नहीं हुआ
आइए जानते हैं, कैसे आप अपनी 300 यूनिट बिजली फ्री कर सकते हैं।
सरकार ने प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (रूफटॉप सोलर योजना) को वापस नए नाम के साथ लॉन्च किया है जिसमे वो ₹75,000 करोड़ का निवेश कर रही है।
स्कीम की डिटेल उसके नाम में ही है, फ्री 300 यूनिट बिजली प्रति माह, 1 करोड़ हाउसहोल्डर्स को हां जी, आप भी इस योजना में भागीदार बन सकते हैं, अपनी छत पर सोलर एनर्जी पैनल लगवाकर।
ये योजना दो प्वाइंट सिस्टम पर चलेगी, एक तरफ सरकार सोलर एनर्जी उत्पाद बनाने वाली कंपनियों को बैंक लोन में हेवी डिस्काउंट देगी, वहीं दूसरी ओर अगर आप इस योजना को अपनाते हैं तो आपको सब्सिडी मिलेगी।
स्कीम का मकसद आपके बिजली बिल को 15,000 रुपये से 18,000 रुपये प्रति वर्ष कम करने की है, इसके साथ ही इस क्षेत्र के टेक्नीशियन के लिए रोजगार का अवसर भी बनाएगी। साथ ही सरकार का टारगेट 2030 तक नॉन फोसिल फ्यूल कैपेसिटी को 180.79 गीगावाट से 500 गीगा वाट्स तक पहुंचाने का भी है।
क्या आपको पता है
चीन सोलर रूफटॉप योजना से 60 गीगावाट से ज्यादा बिजली अभी बना रहा है, वहीं भारत सिर्फ 11 गीगावाट, जिसमे 2.7 गीगावाट 10 लाख हाउसहोल्डर के द्वारा बन रही है, अब सरकार का टारगेट इस 10 लाख हाउसहोल्डर की संख्या 1 करोड़ पहुंचाने की है।
अब आपको बताते हैं, की पहले जब ये स्कीम 2014 में लॉन्च हुई थी तो इतनी पॉपुलर क्यों नहीं हो पाई।
तो इसके पीछे का कारण है कि आपको रूफटॉप पर 3 से 5 वॉट सोलर एनर्जी लगवाने में 2 से 2.5 लाख रुपयों का खर्चा आता था, उस समय सरकार सब्सिडी देती थी 39,000 से 65,000 रुपयों के बीच जो की कम थी।
सरकार ने अब इसको बढ़ाकर 60,000 रुपये से 78,000 रुपये कर दिया है और रेंज 2 से 5 किलोवाट कर दिया, ये पैसा आप जैसे ही रूफटॉप को छत पर लगाएंगे और वो काम करने लगेगा वैसे ही आपके बैंक अकाउंट में डिपोजिट हो जायेगा, जैसे कैशबैक आता है (78,000 से ज्यादा की सब्सिडी नही मिलेगी चाहे आप 5 किलोवाट से ज्यादा भी लगवा लें)
इसके साथ ही इस योजना का व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जायेगा ताकि लोग जागरूक हों जो की ग्राम पंचायत स्तर तक किया जाएगा।
सरकार इस स्कीम को चलाने की जिम्मेदारी एनटीपीसी, एनएचपीसी, पावर ग्रिड और एसजेवीएन जैसी कंपनियों को सौंपने वाली है।
अगर आप शेयर मार्केट में रुचि रखते है, तो आप एनर्जी स्टॉक्स जैसे अल्पेक्स सोलर जो कल ही लिस्ट हुआ है, वेबसोल एनर्जी, सुजलॉन एनर्जी, टाटा पावर, अदानी ग्रीन बोरोसिल रेनावेबल जैसी कंपनियों के स्टॉक्स को अपनी एनालिसिस की लिस्ट में शामिल कर सकते हैं।
कंक्लूजन
एनर्जी काउंसिल के अनुसार, भारत के पास सोलर पावर से 637 गीगावाट तक बिजली बनाने की क्षमता है, जो की 32 करोड़ घरों की छत पर सोलर पैनल इंस्टॉल करके हासिल की जा सकती है, अगर हम इसका 33% भी अचीव कर लें तो ये हमारे देश के सभी घरों में बिजली देने जितनी बिजली होगी।