राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी ने न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों से धैर्य बरतने को कहा और कहा कि समाधान जरूर निकलेगा। चौधरी ने पंजाब और हरियाणा की खनौरी सीमा पर किसान-पुलिस झड़प के दौरान बुधवार को एक युवा किसान की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए “दोनों पक्षों” से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसान धैर्य से काम लें, समाधान जरूर निकलेगा। हिंसा किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।
अमरोहा में मौजूद चौधरी ने हाकमपुर ग्राम प्रधान विशाल और 24 दिसंबर को सड़क दुर्घटना में मारे गए राजन और मनोज के परिजनों से उनके घर जाकर मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। चौधरी, जो हाल तक इंडिया गुट में सहयोगी थे, ने अपने पिता, पूर्व प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न की घोषणा के मद्देनजर समूह छोड़ दिया। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने अन्य दलों के साथ लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे और कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के घर पर सीबीआई छापे पर सवालों के जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, 'यह कोई राजनीतिक यात्रा नहीं है।'
किसान नेताओं ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन को लेकर अगले कदम के बारे में 29 फरवरी को फैसला करेंगे। उन्होंने घोषणा की कि शनिवार को ‘कैंडल मार्च’ निकाला जाएगा और उसके दो दिन बाद वे केंद्र का पुतला फूंकेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) ने शुक्रवार शाम को यह निर्णय लिया। दोनों संगठन फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गांरटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर किसानों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।