उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा शनिवार को शुरू हो गई है. इस परीक्षा के लिए प्रदेशभर में कई सेंटर बनाए गए हैं. यूपी पुलिस की भर्ती परीक्षा में सेंधमारी हो गई है. परीक्षा में ठगी की कोशिश में अब तक 23 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. झांसी, वाराणसी, आगरा में समेत कई जिलों में एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस की जांच में पता चला कि कौशांबी, गाजीपुर, मऊ और बलिया जिले में बड़ी संख्या में सॉल्वर गिरोह पुलिस परीक्षा अभ्यर्थियों से एडवांस के तौर पर 50-50 हजार रुपए लेते थे.
गाजीपुर में पुलिस ने सॉल्वर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए मीरदाद पुर से मास्टरमाइंड समेत जिले से 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. कौशांबी में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) और साइबर थाने की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की है. इसमें पता चला कि पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर सॉल्वर गैंग अभ्यर्थियों से ठगी कर रहे थे.
आरोपियों के पास से मिले आई कार्ड
पुलिस ने आयुष पांडे, पुनीत सिंह और नवीन सिंह को गिरफ्तार किया है. पुनीत सिंह के पास से पुलिस को एक आईडी कार्ड भी मिला है. मऊ में पुलिस की टीम ने दबिश देकर परीक्षा के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के पांच लोगों को दबोचा है.
प्रवेश पत्र, शैक्षिक दस्तावेज और स्टाम्प पेपर भी बरामद
वाराणसी के अभ्यर्थियों से ठगी करने वाले जिन दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है. उनमें चंदौली से प्रिंस कुशवाहा और मिर्जापुर से विजय कुमार राय हैं. गिरोह का सरगना बंशराज कुशवाहा पुलिस के चंगुल से फरार होने में कामयाब हो गया. गिरफ्तार आरोपियों के पास से आठ प्रवेश पत्र 32 अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेज, 24 सादे चेक और 18 सादे स्टाम्प पेपर बरामद हुए हैं.
परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू
बता दें कि यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में आयोजित की जा रही है. परीक्षा केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लगाई गई है. बायोमैट्रिक अटेंडेंस के बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जा रहा है. पुलिस कर्मियों के साथ एसओजी, सर्विलांस, साइबर क्राइम और स्टेटिक मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है.