नई दिल्ली: पिछले कुछ सालों से स्मार्टवॉच काफी ट्रेंड में हैं. ये स्टाइलिश होने के साथ -साथ कई फीचर्स से लैस होते हैं. चाहे नोटिफिकेशन्स देखने हों. स्पोर्ट्स एक्टिविटी ट्रैक करनी हो या ब्लड ऑक्सीजन लेवल चेक करना हो. सबकुछ एक वॉच से हो जाता है. लेकिन, इसके बावजूद सही मायने में स्मार्टवॉच कैसी होती है? क्या आप जानते हैं? क्या आपकी वॉच सचमुच स्मार्ट है? आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब.
दरअसल, एनॉलॉग वॉच की तुलना में कई फीचर्स ऑफर करने वाली सारी वॉच स्मार्टवॉच ही हैं. लेकिन, हम असल मायने में स्मार्टवॉच की बात किसी दूसरे संदर्भ में कर रहे हैं. आजकल हर रेंज में स्मार्टवॉच मिल जाती हैं. सस्ती वॉच में भी काफी फीचर्स मिलते हैं. इनके जरिए बिना मोबाइल निकाले कॉलिंग भी हो जाती है. लेकिन, सभी कामों के लिए मोबाइल से स्मार्टवॉच का पेयर होना जरूरी है. मोबाइल से पेयर किए बगैर एक स्मार्टवॉच आपको सही समय भी नहीं दिखा सकती.
कैसी होती है असली स्मार्टवॉच?
असल में स्मार्टवॉच आप ई-सिम या नैनो सिम के साथ आने वाले वियरेबल डिवाइस को कह सकते हैं. क्योंकि, इन्हें बिना साथ में फोन रखे भी इस्तेमाल किया जा सकता है. ये थोड़े महंगे जरूर होते हैं. लेकिन, हर वक्त फोन को साथ रखने वाली दिक्कत खत्म हो जाती है. इनमें स्टोरेज भी मिलती है, जिससे आप कुछ गाने और कॉन्टैक्ट भी सेव कर सकते हैं.
ई-सिम के साथ आने वाली Apple Watch में इमरजेंसी के लिए SOS फीचर भी मिलता है. इससे अगर आप किसी स्पोर्ट्स एक्टिविटी के वक्त फोन न भी रखें और कुछ हादसा हो जाए तो इमरजेंसी सर्विसेज को कॉल और लोकेशन चली जाती है. ताकी तुरंत मदद मिल सके. ऐसे में इन वॉच को आप असल मायने में स्मार्टवॉच कह सकते हैं.