23 साल के बाद भले ही बिहार क्रिकेट टीम रणजी में अपनी पहचान बनाने के लिए प्लेट ग्रुप में शानदार प्रदर्शन कर एलिट ग्रुप में पहुंची, लेकिन यहां मजबूत टीम के सामने घुटने टेकते दिखाई दिया. बिहारी खिलाड़ियों ने मैदान में संघर्ष तो किया, लेकिन एक भी जीत अपनी झोली में डाल नहीं पाएं. नतीजतन पॉइंट टेबल में लगातार पिछड़ते चले गए. इस प्रतियोगिता में 6 अंकों के साथ बिहार का एलीट ग्रुप में बने रहने पर भी संकट मंडरा रहा है. अगला मुकाबला आज से कोलकाता के ईडन गार्डन में मजबूत बंगाल से हो रहा है. अगर इस मैच में भी बिहार को पराजय मिलती है तो टीम फिर से वापस प्लेट ग्रुप में पहुंच जायेगी.
युवा टीम के पास अनुभव की कमी
रणजी में मिल रही लगातार हार पर बीसीए के जीएम ऑपरेशन सुनील कुमार सिंह ने बताया कि हमारी टीम ने प्लेट ग्रुप में अच्छा प्रदर्शन किया है, तभी एलिट ग्रुप में पहुंची है. इस ग्रुप में ऐसे टीमें हैं, जो पहले से इस गेम के महारथी हैं. उनके पास अनुभव भी ज्यादा है और मैच भी ज्यादा खेल चुके हैं. मजबूत टीम के रुप में उनकी पहचान होती है. हमें मिल रही हार का मतलब यह कतई नहीं है कि हमारे खिलाड़ियों में प्रतिभा नहीं है.
पिछले मैच में पीयूष कुमार सिंह, सकिबुल गनी, बिपिन सौरव, वीर प्रताप सिंह सहित कई खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. हमारी टीम नई और युवा है. आगे कई मुकाबले खेलेगी और जैसे- जैसे अनुभव बढ़ेगा हम अच्छा प्रदर्शन भी करेगें.
दूसरे टीमों पर भी रहेगी नजर
इस प्रतियोगिता में बिहार की झोली में अबतक छह अंक आए हैं. आज से कोलकाता के ईडन गार्डन में मजबूत टीम बंगाल से बिहार का सामना होगा. आंकड़े बताते हैं कि एक पराजय उसे वापस प्लेट ग्रुप में पहुंचा देगी. लेकिन अन्य ग्रुप में चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश के मुकाबले पर भी बिहार की नजर होगी. इधर, मणिपुर ने एलिट ग्रुप ए में 6 मैच खेल चुकी है और सभी मैचों में हार के सामना करना पड़ा है. इस वजह से इसका प्लेट ग्रुप में जाना तय हो गया है.