भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट में शुरू हुआ तीसरा टेस्ट सरफराज खान और उनके परिवार के लिए हमेशा के लिए यादगार बन गया. टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने का जो ख्वाब इस परिवार ने साथ मिलकर देखा, वो 15 फरवरी को राजकोट स्टेडियम में सच हो गया. लंबे इंतजार और रनों की बौछार के बाद सरफराज खान को टीम इंडिया में डेब्यू करने का मौका मिल ही गया. टेस्ट मैच की सुबह स्टेडियम में सरफराज के पिता साथ थे तो पहले दिन के खेल के बाद उनके छोटे भाई मुशीर खान ने अपने भाई की खुशी में शामिल हुए. फिर क्या था, सरफराज ने अपने भाई से अपनी बैटिंग पर सवाल करने शुरू कर दिए.
सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन टेस्ट कैप मिलने के साथ ही सरफराज और उनके पिता काफी भावुक नजर आए थे. पिता नौशान खान ने बेटे को गले लगाने के साथ थी भारतीय टीम की कैप को भी चूमा और अपने जज्बातों को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष करते दिखे. इसके बाद तो सरफराज ने अपने बल्ले से दम दिखाया और बताया कि क्यों उन्हें टीम में चुने जाने की मांग लंबे समय से हो रही थी.
छोटे भाई से मिला सरप्राइज
अपनी डेब्यू पारी में ही 62 रन बनाने के बाद सरफराज खान को एक खूबसूरत सरप्राइज मिला, जब उनकी बात हुई छोटे भाई मुशीर खान से. बीसीसीआई की ओर से एक स्पेशल वीडियो कॉल के जरिए दोनों भाईयों की बात करवाई गई, जिसने सरफराज को चौंका दिया. फिर तो दोनों भाई सरफराज की पारी को लेकर बातें करने लगे. सरफराज ने मुशीर से अपनी इनिंग के बारे में पूछा तो हर किसी की तरह छोटे भाई ने भी माना कि सरफराज ने अपनी पहली ही पारी में कमाल कर दिया.
इस बात से डर गए थे मुशीर
हाल ही में अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंचने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे मुशीर को अपने भाई की बैटिंग के दौरान एक वक्त डर भी लगा था. मुशीर ने भाई को बताया कि जब जो रूट की गेंद पर उनके बल्ले का किनारा लेकर बॉल हवा में उछली थी तो वो डर गए थे लेकिन जैसे ही फील्डर के पार हुई तो उन्हें राहत मिली. सरफराज ने बताया कि जब भी उन्हें अपनी बैटिंग में कुछ परेशानी झेल रहे होते हैं तो मुशीर को खेलते हुए देखते हैं क्योंकि दोनों की बैटिंग का तरीका एक सा है.
दमदार रही सरफराज की पारी
सरफराज की पारी की बात करें तो मुंबई के इस युवा बल्लेबाज ने पहली ही इनिंग में काफी प्रभावित किया. खास तौर पर स्पिनरों के खिलाफ उनका गेम ज्यादा प्रभावित करने वाला रहा. उन्होंने स्वीप जैसे शॉट्स का जमकर इस्तेमाल किया. सिर्फ 48 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा करने वाले सरफराज हालांकि शतक तक नहीं पहुंच पाए क्योंकि रवींद्र जडेजा की एक खराब कॉल के कारण वो 66 के स्कोर पर रन आउट हो गए.