कश्मीर में इस साल की पहली टार्गेट किलिंग में दो गैर-कश्मीरियों की मौत हो गयी। बुधवार देर शाम श्रीनगर के हब्बा कदल इलाके में आतंकवादियों की गोलीबारी में एक श्रमिक की मृत्यु हो गयी थी और एक घायल हो गया था। गुरुवार सुबह घायल श्रमिक ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर दो हो गई है। बुधवार को आतंकवादियों की गोली से मारे गये श्रमिक का नाम अमृतपाल सिंह था जोकि पंजाब के रहने वाले थे। वह हाल ही में अमृतसर स्थित अपने पैतृक स्थान से श्रीनगर लौटे थे। उनकी मौत की खबर सुनकर उनके घरवालों का हाल बेहाल है।
जहां तक दूसरे श्रमिक की बात है तो आपको बता दें कि अधिकारियों ने बताया कि रोहित मसीह ने बृहस्पतिवार सुबह एसकेआईएमएस अस्पताल में दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि एसएमएचएस अस्पताल में हालत बिगड़ने के बाद उसे बुधवार देर रात इस संस्थान में स्थानांतरित किया गया था। रोहित भी अमृतसर के रहने वाले थे और उनके पेट में गोलियां लगी थीं।
उधर, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने गैर-स्थानीय लोगों पर हमले की निंदा की है। पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक ‘पोस्ट’ में कहा, ‘‘जेकेएनसी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला श्रीनगर के हब्बा कदल में अमृतपाल सिंह की जान लेने वाली बर्बर घटना से स्तब्ध और निराश हैं। मृतक के परिवार के प्रति उनकी गहरी संवेदना है।’’ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने ‘‘कायरतापूर्ण हमले’’ की निंदा की और घायल व्यक्ति के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ने भी हमले की निंदा की।
हम आपको एक बार फिर बता दें कि इस साल कश्मीर में किसी गैर स्थानीय पर आतंकियों द्वारा किया गया यह पहला हमला है। आतंकवादियों ने वर्ष 2023 में गैर स्थानीय श्रमिकों पर तीन हमले किए थे, जिसके परिणामस्वरूप दो व्यक्तियों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए थे।