भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ पहला मैच हारने के बाद टेस्ट सीरीज में जोरदार वापसी करते हुए बराबरी हासिल की. अब 5 मैचों की सीरीज में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी के साथ तीसरे मैच में खेलने उतरेगी. जसप्रीत बुमराह ने दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में शानदार स्पैल से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशान किया. टीम के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम को उम्मीद है कि उनके खिलाड़ी इस अनुभवी भारतीय तेज गेंदबाज के खतरे से निपटने का कोई रास्ता निकालेंगे.
बुमराह ने 45 रन पर छह विकेट चटकाकर अपने अति-आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाने वाले इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया था. इससे इंग्लैंड की पहली पारी महज 253 रन पर सिमट गई थी. न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान मैकुलम खिलाड़ी के तौर पर खुद भी आक्रामक बल्लेबाजी करते थे. उनसे सीरीज के आगामी तीन मैचों में जब बुमराह से निपटने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी टीम सिद्धांतों पर विश्वास नहीं करती लेकिन वे इसका तरीका ढूंढने की कोशिश करेंगे.
मैकुलम ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ से कहा, ‘‘ हम वास्तव में सिद्धांतों पर काम नहीं करते हैं. हम यह सुनिश्चित कर रहे है कि हमारे खिलाड़ी मौजूदा समय में रहे और वे अपने तरीके पर भरोसा करे. वे इस मामले में मुझसे कहीं बेहतर हैं और वे इस पर काम करेंगे कि इससे निपटने का सबसे अच्छा तरीका क्या है. इस बारे में उनका तरीका बिलकुल अलग हो सकता है. हम देखेंगे कि हम क्या हासिल कर पाते है. अभी के लिए हमें जसप्रीत की तारीफ करनी होगी और कहना होगा कि वह स्पैल (दूसरे टेस्ट की पहली पारी में) बेहद ही शानदार था.’’
मैकुलम ने बुमराह के कौशल की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘उसके पास हर परिस्थिति में गेंदबाजी करने की काबिलियत है. गेंद जब स्विंग होती है तो वह ज्यादा खतरनाक होता है. वह कमाल का गेंदबाज है. वह अपनी तरह का इकलौता गेंदबाज है और हवा से काफी स्विंग हासिल करता है.इसमें कोई शक नहीं कि वह बहुत अच्छा गेंदबाज हैं, लेकिन हमने पिछले 18 महीनों में बहुत अच्छे गेंदबाजों का सामना किया है और उनका मुकाबला करने के तरीके ढूंढे हैं और इस बार भी हमें यही करना है.’’