राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रमुख मोहन भागवत ने भारत के विकास को लेकर एक अहम बात कही है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने 5 फरवरी यानि सोमवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान देश के विकास पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश को दुनिया के लिए अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और अपना विकास करना होगा। उन्होंने कहा कि दुनिया को विनाश से बचने के लिए भारत को समर्थ और सक्षम बनना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अगर देश को यह मुकाम हासिल करने में असफलता मिलती है तो दुनिया कई परेशानियों से गिर जाएगी। पूरी दुनिया वर्तमान में कई परेशानियों से ग्रसित है। दुनिया भर में स्थिति बेहद उथल-पुथल हो गई है, जिसका जिक्र कई बुद्धिजीवियों ने भी किया है।
संघ प्रमुख ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करवाना एक साहसी कार्य था। भगवान के आशीर्वाद के बाद यह कार्य पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद में अयोध्या में रामलला विराजमान हुए हैं। इस दशा की पीढ़ी बेहद भाग्यशाली है जिन्होंने रामलीला को अपने भव्य महल में स्थापित होते हुए देखा है। प्राण प्रतिष्ठा भगवान की इच्छा के कारण ही पूरा हुआ है। अब देश को आगे बढ़ना होगा क्योंकि दुनिया को देश की जरूरत है।
संघ प्रमुख ने इस बात पर भी जोड़ दिया की भारत को सक्षम बना बेहद जरूरी है ताकि दुनिया को विनाश से बचाया जा सके और यह दुनिया के प्रति भारत की जिम्मेदारी है।