अयोध्या का विवाद तो सुलझ गया और भगवान श्रीराम के राष्ट्र मंदिर में रोजाना लाखों भक्त दर्शन कर रहे हैं। जिस तरह की हलचल काशी में दिख रही है उससे यह भी प्रदर्शित हो रहा है कि ज्ञानवापी का मुद्दा भी जल्द ही सुलझ सकता है। मथुरा में भी हलचल तेज है जिससे भक्तों को उम्मीद है कि कृष्णलला की जन्मभूमि पर से भी अतिक्रमण जल्द समाप्त होगा। इस बीच, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी ने एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा है कि मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि इन तीन मंदिरों (अयोध्या, ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि) को हिंदुओं को सौंप देना चाहिए क्योंकि ये आक्रांताओं द्वारा हमारे ऊपर किए गए हमलों के सबसे बड़े निशान हैं। गोविंद देव गिरी ने कहा है कि अगर मुस्लिम पक्ष इस दर्द को शांति से ठीक कर दें तो भाईचारा बढ़ाने में मदद मिलेगी। स्वामी गोविंद देव गिरी ने कहा कि आक्रांताओं के हमलों के कारण राष्ट्रीय समाज के अंतरमन में बहुत वेदना है। उन्होंने कहा कि यदि इस वेदना को ये लोग शांति के साथ दूर कर देते हैं तो भाईचारा बढ़ने में और अधिक सहयोग मिलेगा।
दूसरी ओर, अयोध्या आ रहे भक्तों की बात करें तो आपको बता दें कि श्रद्धालुओं का उल्लास देखते ही बन रहा है। कड़ाके की ठंड के बीच जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए देशभर से श्रद्धालु रामनगरी में चले आ रहे हैं। हम आपको बता दें कि अयोध्या आने के लिए विभिन्न शहरों से हवाई सेवाएं भी शुरू हो गयी हैं इसके अलावा रेलवे ने भी कई नई ट्रेनें अयोध्या के लिए शुरू की हैं। विभिन्न राज्यों की ओर से अयोध्या के लिए बस सेवाएं भी बढ़ाई गयी हैं जिससे श्रद्धालुओं की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है।