उत्तर प्रदेश की योगी सरकार साल 2024-25 के लिए आज यानि सोमवार को राज्य का बजट आज पेश करने जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल का यह तीसरा बजट है. आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इस बजट पर राज्य की जनता के साथ-साथ विपक्षी दलों की भी नजरें टिकी हुई हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि यह बजट युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों पर फोकस होगा. साथ ही अयोध्या, मथुरा और काशी में स्थित धार्मिक स्थलों के लिए भी सरकार का नया ऐलान कर सकती है. ईको टूरिज्म, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर भी फोकस रहने की उम्मीद है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की ओर से बजट को पेश किया जा रहा है.
बजट से जुड़े अपडेट्स
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना सदन में बजट पेश कर रहे हैं.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना सदन पहुंचे. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी सदन में मौजूद हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट प्रस्तुत करने के बाद दोपहर 1:00 बजे तिलक हाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रेस वार्ता करेंगे.
राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने घर पर बजट पेटिका के साथ पूजा अर्चना की. इसके बाद सुरेश खन्ना कैबिनेट मीटिंग के लिए घर से निकले.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यह बजट यूपी को वन ट्रिलियन इकोनॉमी की ओर तेजी से ले जाने वाला होगा. यह एक सर्वसमावेशी बजट होगा.
उम्मीद जताई जा रही है कि बजट में एआई तकनीक को बढ़ावा देने के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जा सकता है.
बताया जा रहा है कि 2024-25 के लिए 7 लाख करोड़ से अधिक का बजट पेश होने जा रहा है. साल 2023-24 में 6.9 लाख करोड़ का बजट पेश किया गया था. इससे पहले साल 2022-23 में 5.85 लाख करोड़ का बजट पेश किया गया था. आज बजट से पहले मुख्यमंत्री योगी कैबिनेट की बैठक लेंगे.बजट के प्रस्ताव पर यूपी कैबिनेट अपनी मंजूरी देगी.
यूपी का बजट चाहे 7 लाख करोड़ का हो या 8 लाख करोड़ का सवाल यही रहेगा कि 90% जनता के लिए मतलब PDA के लिए उसमें क्या है।
दरअसल भाजपा की नीति आम जनता विरोधी है, वो 10% सम्पन्न लोगों के लिए 90% बजट रखती है और 90% ज़रूरतमंद जनता के लिए केवल नाममात्र का 10% बजट।
उप्र की भाजपा सरकार pic.twitter.com/VSLhb21ycN
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 5, 2024
बजट से पहले यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा बीजेपी की नीति जनता विरोधी है. यह बजट 7 लाख करोड़ का हो या 8 लाख करोड़ का, लेकिन सवाल ये है प्रदेश की 90% जनता के लिए उसमें क्या रहने वाला है. बीजेपी 10% सम्पन्न लोगों के लिए बजट रखती है और 90% ज़रूरतमंद जनता के लिए बजट में नाममात्र की बातें होती हैं