भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच गंवाने के बाद दूसरे मुकाबले में खेलने उतरी. पहले दिन के खेल में 1 बैटर को छोड़कर कप्तान रोहित शर्मा समेत टीम इंडिया के टॉप बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए. युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने धमाकेदार खेल दिखाते हुए इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का सबसे बड़ा स्कोर बना डाला. हालांकि यशस्वी का करियर बहुत छोटा है लेकिन वो इस दौरान बड़ी पारी खेल चुके हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापत्तनम टेस्ट में भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी. टॉप 1 बैटर के अलावा टॉप के 6 खिलाड़ी रन बनाने में नाकाम रहे. भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने के वक्त 6 विकेट पर 336 रन बनाए थे जिसमें सिर्फ 1 बैटर के नाम शतक था और बाकी कोई 34 रन से आगे भी नहीं बढ़ पाया. टीम इंडिया के लिए जैसी पारी कभी वीरेंद्र सहवाग ओपनिंग करते हुए खेला करते थे वैसी ही पारी यशस्वी जायसवाल के बल्ले से देखने को मिली.
यशस्वी ने अंग्रेज गेंदबाजों को धोया
22 साल के भारतीय युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने अकेले ही दम पर इंग्लैंड के गेंदबाजों की हवा निकाल दी. पहले दिन के खेल में भारत के लिए 179 की नाबाद पारी खेलकर टीम के स्कोर को 300 रन के पार पहुंचाया. इस पारी के दौरान यशस्वी ने इंग्लैंड के हर एक गेंदबाज की खबर ली सिर्फ 1 के खिलाफ उनको सफलता नहीं मिली.
टॉम हार्टली के खिलाफ 47 गेंद का सामना कर यशस्वी ने 49 रन बनाए. डेब्यू कर रहे शोएब बशीर की 64 गेंद पर 42 रन बनाए जबकि जो रूट को 28 और तो रेहान की गेंद पर 17 रन बनाए. इन सबके बीच 41 साल के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ही एक मात्र ऐसा नाम रहा जिसके खाते में इस युवा के खिलाफ दहाई अंक से कम यानी 6 रन ही थे.
यशस्वी ने रचा इतिहास
महज 22 साल की उम्र में शतक जमाकर यशस्वी जायसवाल ने इतिहास के पन्नों में दिग्गज सचिन तेंदुलकर के साथ नाम दर्ज कराया. हालांकि एक मामले में उनको भी पीछे छोड़ दिया. इस बैटर ने छक्के के साथ अपना दूसरा टेस्ट शतक पूरा किया. सचिन तेंदुलकर ने 22 साल की उम्र में ऐसा कमाल तो नहीं किया था. वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू पर यशस्वी ने 171 रन की पारी खेली थी और इंग्लैंड के खिलाफ इस अंक को पीछे छोड़ते हुए टेस्ट में अपनी सबसे बड़ी पारी खेल डाली.