झारखंड के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने बृहस्पतिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद के लिए मनोनीत कर उन्हें शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया।
राज्यपाल की ओर से मुख्यमंत्री पद पर यह मनोयन तब हुआ जब झामुमो विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने राज्यपाल से जल्द से जल्द सरकार बनाने के उनके दावे को स्वीकार करने का आग्रह किया, क्योंकि राज्य में भ्रम की स्थिति बनी हुई थी।
यह स्थिति बुधवार को हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद से राज्य में मुख्यमंत्री न होने की वजह से थी और इसके कारण राजनीतिक संकट गहरा गया था। राज्यपाल के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने पीटीआई- से कहा, ‘‘हमने उन्हें शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है। अब वह तय करेंगे कि शपथ कब लेनी है।’’
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है। कांग्रेस राज्य में झामुमो-नीत गठबंधन की सहयोगी पार्टी है।
यह पूछे जाने पर कि चंपई सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ कब लेंगे, ठाकुर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के राज्य में प्रवेश करने से पहले शुक्रवार को दोपहर तक शपथ ले ली जाए।
इससे पहले, चंपई सोरेन ने झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल को लेकर बृहस्पतिवार को राज्यपाल राधाकृष्णन से मुलाकात की और राज्य में भ्रम की स्थिति होने के चलते सरकार गठन के उनके अनुरोध को यथाशीघ्र स्वीकार करने का अनुरोध किया।
उन्होंने राज्यपाल को बताया कि हेमंत सोरेन (48) के इस्तीफे के बाद राज्य अभी बगैर मुख्यमंत्री का है और यहां राजनीतिक संकट गहरा गया है। इस बीच, पीएमएलए (धनशोधन निवारण अधिनियम) अदालत ने ईडी द्वारा बुधवार को गिरफ्तार किए गए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।