वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट की घोषणा की। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए स्वास्थ्य देखभाल बजट पांच क्षेत्रों पर केंद्रित है: मेडिकल कॉलेज, सर्वाइकल कैंसर टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल, टीकाकरण और आयुष्मान भारत योजना। जैसा कि अनुमान था, स्वास्थ्य सेवा बजट में निवारक स्वास्थ्य देखभाल, टीकाकरण कार्यक्रम और मेडिकल कॉलेजों की संख्या में वृद्धि करके स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए बेहतर प्रशिक्षण का उल्लेख किया गया है।
वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र का इरादा विभिन्न विभागों के तहत मौजूदा अस्पताल के बुनियादी ढांचे का उपयोग करके अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का है, और मुद्दों की जांच करने और प्रासंगिक सिफारिशें करने के लिए एक समिति गठित की जाएगी। इस वर्ष के बजट का एक महत्वपूर्ण आकर्षण यह है कि केंद्र सरकार 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर टीकाकरण को प्रोत्साहित करेगी। एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमावायरस) और कैंसर पर डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) सूचना केंद्र की 2023 की फैक्ट शीट के अनुसार, भारत में हर साल 1,23,907 महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है। सर्वाइकल कैंसर से हर साल 77,348 महिलाओं की मौत हो जाती है। भारत में महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर दूसरा सबसे अधिक होने वाला कैंसर है।
सीतारमण ने लोकसभा में बजट भाषण पढ़ते हुए कहा कि एक व्यापक कार्यक्रम के तहत मातृ और शिशु देखभाल के लिए विभिन्न योजनाएं लाई जाएंगी। सीतारमण ने कहा, ‘‘कई युवा डॉक्टर बनना चाहते हैं। उनका उद्देश्य उन्नत स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के माध्यम से हमारी जनता की सेवा करना है। हमारी सरकार की योजना अनेक विभागों के तहत वर्तमान अस्पताल अवसंरचना का इस्तेमाल करते हुए और अधिक मेडिकल कॉलेज तैयार करने की है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘संबंधित मुद्दों का अध्ययन करने और उनसे जुड़ी सिफारिशों के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।’’
सीतारमण ने कहा कि मिशन ‘इंद्रधनुष’ के तहत टीकाकरण के प्रबंधन और प्रयासों को तेज करने के लिए नवनिर्मित ‘यू-विन’ प्लेटफॉर्म को देशभर में तेजी से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘बेहतर पोषण वितरण, शिशुओं की प्रारंभिक देखभाल और विकास के लिए सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों के उन्नयन में तेजी लाई जाएगी।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘सभी आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायकों को आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य देखभाल के दायरे में लिया जाएगा।
सरकार ने 11 जनवरी, 2024 को भारत के यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) के लिए एक मंच के रूप में यू-विन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। इस प्लेटफॉर्म पर सभी भारतीय नागरिक टीकाकरण स्लॉट के लिए अपना पंजीकरण करा सकेंगे। स्वास्थ्य सेवा बजट में उल्लेख किया गया है कि टीकाकरण का प्रबंधन करने और मिशन इंद्रधनुष के लक्ष्यों को प्राप्त करने को सुनिश्चित करने के लिए इस मंच को पूरे देश में लागू किया जाएगा। मिशन इंद्रधनुष के उद्देश्यों में पूरे देश में बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण सुनिश्चित करना और खसरा और रूबेला के खिलाफ टीकाकरण कवरेज में सुधार करना शामिल है।