भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) के निदेशक अनिल भारद्वाज ने यहां जवाहरलाल नेहरू तारामंडल में बुधवार को कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और ‘जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी’ के संयुक्त चंद्र मिशन से 2040 तक चंद्रमा पर मानव को भेजने का मार्ग प्रशस्त होगा।
भारद्वाज ने कहा कि दोनों अंतरिक्ष एजेंसियां चंद्र ध्रुवीय अन्वेषण मिशन (लुपेक्स) पर सहयोग कर रही हैं। अंतरिक्ष वैज्ञानिक ने कहा, ‘‘लुपेक्स देश के महत्वाकांक्षी चंद्र नमूना वापसी मिशन और 2040 तक चंद्रमा पर मानव मिशन से पहले होगा।’’ लुपेक्स का लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर फिर से उतरना है, जहां भारत का चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक उतरा था।