संसद के बजट सत्र की आज से शुरुआत हो गयी। वर्तमान लोकसभा का यह अंतिम सत्र है इसलिए देखना होगा कि मोदी सरकार इस दौरान किन महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करवा कर चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करती है। इस सत्र में अंतरिम बजट भी पेश होना है। अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जो बजट पेश करेंगी उसके बारे में माना जा रहा है कि इसके माध्यम से मतदाताओं को लुभाने के कई बड़े प्रयास किये जाएंगे। इसके अलावा, बजट सत्र की शुरुआत में जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर हमला बोला उससे यह भी साफ हो गया कि सरकार पूरी तरह चुनावी मोड़ में आ चुकी है।
इसके अलावा जिस तरह साल के पहले सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण के माध्यम से भारत सरकार की उपलब्धियों का वर्णन किया उससे देश की जनता के समक्ष यह संदेश भी गया कि मोदी सरकार ने कैसे भारत में आमूल चूल परिवर्तन किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नए संसद भवन में पहला संबोधन देते हुए कहा कि यहां ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की महक है। इसके अलावा राष्ट्रपति ने राम मंदिर निर्माण की सदियों पुरानी आकांक्षा के पूरे होने का जिक्र करने के अलावा विकास और आर्थिक प्रगति का भी उल्लेख किया और नारी शक्ति वंदन विधेयक पारित करने के लिए सरकार की सराहना भी की। ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ को लगातार जारी रखने के लिए मोदी सरकार की सराहना करते हुए राष्ट्रपति ने पेपर लीक तथा उन उन्य समस्याओं का भी जिक्र किया जिनसे निबटने के लिए सरकार इसी सत्र में विधेयक लाने वाली है।
दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन की बात करें तो उन्होंने सत्र की शुरुआत से पहले संसद परिसर में मीडिया से चर्चा के दौरान विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि आदतन हुड़दंग करना जिनका स्वभाव बन गया है और जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं, ऐसे सभी सांसदों को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हुड़दंग, नकारात्मकता और शरारतपूर्ण व्यवहार करने वालों को लोकतंत्रप्रेमी याद नहीं रखेंगे और उनके लिए यह बजट सत्र पश्चाताप का भी अवसर है। खास बात यह रही कि अपने संबोधन की शुरुआत और समापन प्रधानमंत्री ने ‘राम-राम’ से की। उन्होंने कहा कि जब चुनाव का समय निकट होता है तो आम तौर पर पूर्ण बजट नहीं रखा जाता है। उन्होंने विश्वास जताया कि नयी सरकार बनने के बाद उनके नेतृत्व में सरकार पूर्ण बजट लेकर आएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था उसके आखिर में नारी शक्ति वंदन विधेयक पारित हुआ तथा उसके बाद 26 जनवरी को भी देश ने कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य, शौर्य और संकल्पशक्ति को अनुभव किया। उन्होंने कहा कि आज बजट सत्र आरंभ हो रहा है जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मार्गदर्शन मिलेगा और बृहस्पतिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम बजट पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक प्रकार से यह नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गत 10 वर्षों में जिसको जो रास्ता सूझा, उस आधार पर सबने संसद में अपना-अपना कार्य किया। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं इतना जरूर कहूंगा कि जिनका आदतन हुड़दंग करने का स्वभाव बन गया है, जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं, ऐसे सभी सांसद आज जब आखिरी सत्र में मिल रहे हैं तो यह आत्मनिरीक्षण जरूर करें कि 10 साल में उन्होंने जो किया, वह उनके संसदीय क्षेत्र में भी किसी को याद नहीं होगा कि उन्होंने इतना हुड़दंग मचाया।’’ मोदी ने कहा कि जिन्होंने उत्तम विचारों से सदन को लाभान्वित किया होगा, उनको बहुत बड़ा वर्ग आज भी याद करता होगा। उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में भी जब सदन की चर्चाएं कोई देखेगा, तो उनका एक एक शब्द इतिहास की तारीख बनकर उजागर होगा।’’
हम आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेंगी। नयी सरकार कार्यभार संभालने के बाद पूर्ण बजट पेश करेगी। इस सत्र का समापन नौ फरवरी को होना प्रस्तावित है।