राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच सूत्रों ने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। नीतीश कुमार के महागठबंधन सरकार से अलग होने और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में फिर से शामिल होने की अटकलें तेज हैं। इससे पहले, सूत्रों ने बताया कि नीतीश कुमार रविवार को जेडी (यू)-बीजेपी गठबंधन के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं, जबकि बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी उपमुख्यमंत्री के रूप में लौटेंगे। वहीं, अमित शाह और जेपी नड्डा की मुलाकात हो रही है जिसके बाद कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है।
खबर यहां भी है कि भाजपा आज नीतीश कुमार को अपना समर्थन पत्र दे सकती है। इसके अलावा नीतीश कुमार फिलहाल बिहार के राजनीतिक परिस्थितियों को टटोलने की कोशिश कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि सभी राजनीतिक दल अपने-अपने कुनबे को मजबूत करने की कोशिश में है। हालांकि, खबर यह आ रही है कि कांग्रेस के कई विधायकों ने जदयू से संपर्क किया है। जद (यू) और राजद के बीच पिछले कुछ समय से तनावपूर्ण संबंध उस समय चरम पर पहुंच गए जब 25 जनवरी को लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार की वंशवादी राजनीति वाली टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की। इसके बाद उन्होंने अपने ट्वीट्स हटा दिए हैं।
इस बीच, बिहार बीजेपी की विस्तारित कार्यसमिति पटना में में बैठक बुलाई है। सभी भाजपा सांसदों और विधायकों को आज की बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया है, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार प्रभारी विनोद तावड़े भी मौजूद रहेंगे। बिहार में सियासी घमासान के बीच राज्य के (CO) अंचल अधिकारी और (CI) राजस्व कर्मचारी समेत 478 के तबादले का आदेश. ऐसा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने किया है। दरअसल ये ट्रांसफर जून महीने में किया गया था लेकिन कुछ शिकायतों और कमियों के चलते रोक दिया गया था।