मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर हमले होने के बारे में सोशल मीडिया पर किये गए दावों का भंडाफोड़ कर हिंसा की रोकथाम में योगदान देने के लिए पत्रकार मोहम्मद जुबैर को राज्य सरकार के सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार से सम्मानित किया है। जुबैर ने जहां पुरस्कार मिलने पर खुशी जताई।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई ने सरकार द्वारा पक्षपात करने वाले को पुरस्कार देने पर कड़ी आपत्ति जताई। ‘ऑल्ट न्यूज’ के सह-संस्थापक जुबैर को यहां 75वें गणतंत्र दिवस समारोहों में स्टालिन ने यह पुरस्कार प्रदान किया।
सरकार ने मार्च 2023 में कहा था कि ‘‘सोशल मीडिया में ये दावे किये गए थे कि प्रवासी मजदूरों पर तमिलनाडु में हमले हो रहे हैं। लेकिन इस तरह के दावों वाले वीडियो क्लिप की प्रामाणिकता का सत्यापन करने के बाद, जुबैर ने ‘ऑल्ट न्यूज’ में यह पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया कि इस तरह के दावे झूठे हैं और ये हमले नहीं हुए हैं।
राज्य सरकार ने प्रशस्ति पत्र में कहा, ‘‘इस तरह उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ अफवाहों को फैलने से रोका और जाति, धर्म, नस्ल तथा के कारण हुई हिंसा की रोकथाम करने में मदद की।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने में उनके द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की सराहना करते हुए, थिरु मोहम्मद जुबैर को वर्ष 2024 के लिए कोट्टई अमीर सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार प्रदान किया जाता है।’’
सरकार ने कहा कि वह सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सेवाएं दे रहे हैं। तमिलनाडु सरकार ने सांम्प्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए 2000 में कोट्टई अमीर साम्प्रदायिक सद्भाव पुरस्कार की शुरूआत की थी। यह पुरस्कार सद्भाव बनाने में उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने को लेकर राज्य से संबंधित व्यक्ति को दिया जाता है।
पुरस्कार के तहत एक पदक, 25,000 रुपये नकद और एक प्रमाणपत्र दिया जाता है। सरकार ने कहा कि जुबैर कृष्णागिरी जिला स्थित डेंकानिकोट्टई तालुका के निवासी हैं। जुबैर ने एक्स पर कहा, मुझे नहीं पता था कि तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों से संबंधित खतरनाक फर्जी खबरों को खारिज करने वाली मेरी टीम के तथ्यों की जांच करने वाले काम को सरकार द्वारा मान्यता दी जाएगी।
उन्होंने कहा, आप सभी को धन्यवाद। मैं तमिलनाडु सरकार से कोट्टई अमीर सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार पाकर अभिभूत हूं। ऑल्ट न्यूज पर हमारे काम को मान्यता और सराहना मिलने से बहुत खुश हूं। मेरी टीम के सभी सदस्यों को बधाई और सभी शुभचिंतकों को विश्वास और समर्थन के लिए धन्यवाद।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने जुबैर को पुरस्कार के लिए चुने जाने को लेकर सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के फैसले पर सवाल उठाया। उन्होंने एक्स पर लिखा, गणतंत्र दिवस पर एक पक्षपाती व्यक्ति को समाजिक सद्भाव पुरस्कार दिया जाना, अतीत में इस पुरस्कार के सभी प्राप्तकर्ताओं का अपमान है।
द्रमुक ने तथ्य-जांचकर्ताओं के भेष में आधे-अधूरे सच पेश करने वालों के प्रति एक नयी पसंद विकसित की है। उन्होंने पूछा, कर का पैसा बर्बाद हो गया, लेकिन क्या इससे द्रमुक सरकार को कोई फर्क पड़ता है।