X, LinkedIn, Telegram और Adobe जैसी कई बड़ी कंपनियों से 26 अरब रिकॉर्ड्स ऑनलाइन लीक हो गए हैं. ये लीक इतने बड़े पैमाने पर हुई है कि इसे ‘मदर ऑफ ऑल ब्रीचेस’ कहा जा रहा है. इसमें 12TB डेटा शामिल है. हालांकि, इनमें कुछ पुराने और कुछ फ्रेश लीक्ड डेटा मौजूद हैं. हम यहां आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप ये चेक कर सकते हैं कि कहीं आपकी ई-मेल ID या फोन नंबर कम्प्रोमाइज़ तो नहीं हुई है.
इस लीक को Security Discovery और Cybernews के रिसर्चर्स द्वारा डिस्कवर किया गया है. जैसा कि ऊपर बताया गया लीक में 12TB डेटा शामिल है. फोर्ब्स के मुताबिक, संभवत: ये ‘आज तक की सबसे बड़ी खोज’ है. इस लीक में अलग-अलग कंपनियों और अलग-अलग समय पर लीक हुए 26 अरब रिकॉर्ड्स हैं जोकि 3,800 से ज्यादा फोल्डर्स में फाइल्ड हैं.
इन कंपनियों का डेटा हुआ लीक
इस डेटा लीक में X (पहले Twitter) का 281 मिलियन डेटा, LinkedIn का 251 मिलियन डेटा, Telegram का 41 मिलियन डेटा, Adobe का 153 मिलियन डेटा, Canva का 143 मिलियन डेटा, Deezer का 258 मिलियन डेटा, Dropbox का 69 मिलियन डेटा, AdultFriendFinder का 220 मिलियन डेटा, Daily Motion का 86 मिलियन डेटा, MySpace से 360 मिलियन डेटा, VK का 101 मिलियन डेटा, Tencent और Weibo का 504 मिलियन डेटा शामिल है. वहीं, 1.4 बिलियन रिकॉर्ड के साथ Tencent QQ सबसे ज्यादा प्रभावित रहा.
यहां तक कि अमेरिका, जर्मनी, फिलीपींस, ब्राजील और तुर्की स्थित सरकारी संस्थानों का डेटा भी लीक का हिस्सा हैं. हालांकि, जैसा कि पहले ही कहा गया ये सभी सिंगल लीक सोर्स से संबंधित नहीं हैं. रिसर्चर्स के पास मौजूद डेटा का मिलान करने के बाद उन्होंने पाया कि लीक में पिछले कई लीक डेटा और कुछ नए, यानी पहले कभी पब्लिश नहीं किए गए डेटा शामिल हैं. इनमें से फ्रेश लीक्ड डेटा चिंताजनक हैं. साइबर अपराधी इस लीक कंपाइलेशन का इस्तेमाल फिशिंग, हैकिंग और आइडेंटिटी थेफ्ट जैसे साइबर अटैक्स के लिए कर सकते हैं.
कहीं आपका डेटा तो नहीं हुआ लीक? ऐसे करें चेक
Cybernews के पास खुद एक टूल- Personal Data Leak Check है. आप यहां अपनी ई-मेल ID या नंबर डालकर ये चेक कर सकते हैं कि कहीं आप इस लीक का हिस्सा तो नहीं हैं. इस साइट के मुताबिक भारत के 236,358 अकाउंट लीक हुए हैं.
इसके अलावा आप चाहें तो https://haveibeenpwned.com/ पर भी जा सकते हैं और अपनी ई-मेल ID डालकर चेक कर सकते हैं.
साथ ही सावधानी बरते हुए सभी अकाउंट्स के पासवर्ड्स भी आपको बदल लेने चाहिए. इसके अलावा टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन भी अकाउंट्स के लिए ऑन कर दें.