देश में आज 75वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। पूरा देश गणतंत्र दिवस समारोह के जश्न में डूबने के लिए तैयार है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर निकलने वाली भव्य परेड के साथ भारत दुनिया भर को अपनी बढ़ती सैन्य ताकत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करेगा और गणतंत्र दिवस का जश्न मनाएगा।
बता दें कि इस बार का गणतंत्र दिवस बेहद खास होने वाला है क्योंकि इस भव्य समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुअल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर रहे है। गणतंत्र दिवस को देखते हुए सुरक्षा के सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। इस वर्ष गणतंत्र दिवस की परेड में महिला शक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों पर केंद्रित झांकियां भी निकाली जाएगी।
भारत राष्ट्रीय राजधानी में कर्तव्य पथ पर शुक्रवार को 75वें गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान अपनी सैन्य ताकत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भव्य प्रदर्शन करेगा। देश की महिला शक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों पर केंद्रित इस भव्य समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नेतृत्व में देश कर्तव्य पथ पर 90 मिनट की परेड के साथ गणतंत्र दिवस का जश्न मनाएगा। सशस्त्र बलों की परेड में मिसाइल, ड्रोन जैमर, निगरानी प्रणाली, वाहन पर लगे मोर्टार और बीएमपी-2 पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों और सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा। तीनों सेवाओं का महिला दस्ता देश के इस सबसे बड़े समारोह में पहली बार शामिल होगा। ऐसा पहली बार होगा जब पारंपरिक सैन्य बैंड के बजाय परेड की शुरुआत 100 से अधिक महिला कलाकार शंख, नादस्वरम और नगाडा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाकर करेंगी। भारतीय वायु सेना के ‘फ्लाई-पास्ट’ के दौरान लगभग 15 महिला पायलट भी ‘नारी शक्ति’ का प्रतिनिधित्व करेंगी। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी केवल महिला कर्मी शामिल होंगी। गणतंत्र दिवस परेड पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे शुरू होगी और लगभग 90 मिनट तक चलेगी। समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘राष्ट्रीय समर स्मारक’ पर जाने से होगी, जहां वह शहीद हुए नायकों को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इसके कुछ मिनट बाद राष्ट्रपति मुर्मू और उनके फ्रांसीसी समकक्ष मैक्रों ‘पारंपरिक बग्गी’ में पहुंचेंगे। यह प्रथा 40 साल के अंतराल के बाद फिर से शुरू हो रही है। राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के बाद राष्ट्रगान होगा और स्वदेशी बंदूक प्रणाली ‘105-एमएम इंडियन फील्ड गन’ के जरिए 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। मंत्रालय ने बताया कि ‘105 हेलीकॉप्टर यूनिट’ के चार एमआई-17 चार हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर उपस्थित दर्शकों पर पुष्प वर्षा करेंगे। इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू के सलामी लेने के साथ परेड शुरू होगी। परेड की कमान दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार संभालेंगे। कर्तव्य पथ फ्रांसीसी सशस्त्र बलों के संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ते के मार्च पास्ट का भी गवाह बनेगा। परेड के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 16 और केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की नौ झांकियां शामिल होंगी। जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां शामिल होंगी उनमें अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना शामिल हैं।