अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य राम मंदिर का उद्घाटन हो गया है, जहां रोजाना लाखों की संख्या में भक्त रामलला के दर्शन करने पहुंच रहे है। राम मंदिर के निर्माण के बाद बुधवार 24 जनवरी को कैबिनेट बैठक की गई। इस कैबिनेट बैठक में धन्यवाद प्रस्ताव लाया गया। इस धन्यवाद प्रस्ताव को पास कर दिया गया है।
इसके अलावा कैबिनेट बैठक में कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने पर भी कैबिनेट सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। सूत्रों की मानें तो कैबिनेट बैठक में राम मंदिर के मुद्दे पर भी चर्चा हुई है। इस दौरान प्रधानमंत्री के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराए जाने का जिक्र है। इस दौरान जनता के संदेश पर कैबिनेट मंत्रियों से भी उनकी राय जानी गई। वहीं सभी मंत्रियों ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया है। जानकारी के मुताबिक राजनाथ सिंह ने कैबिनेट में मंदिर उद्घाटन को लेकर प्रधानमंत्री के प्रति धन्यवाद प्रस्ताव भी पढ़ा था।
बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान मंदिर के गर्भगृह में मात्र पांच लोग मौजूद थे। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ही मौजूद थे।
गौरतलब है कि अयोध्या में 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद राम मंदिर बना और इसमें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। इसका उद्घाटन समारोह 22 जनवरी को संपन्न हुआ है। यहां विधि विधान के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। इस दौरान देश भर मे दिवाली मनाई गई थी। भक्तों ने 500 वर्षों के इंतजार के बाद रामलला का दर्शन किया है। रामलला अंतत: अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए है। ये पूरे भारत वर्ष ही नहीं बल्कि दुनिया भर के रामभक्तों के लिए ऐतिहासिक क्षण था। इस दौरान हर तरफ भगवा लहराता दिखा और जय श्री राम के नारों की गूंज थी।