लोग उन प्यारी गायों को देखकर आश्चर्यचकित रह गए जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र ने दुलार किया और खाना खिलाया। कुछ लोगों ने तो यह मानने से भी इनकार कर दिया कि बौनी नस्ल की गायें भारत की थीं। गायें देशी नस्ल की हैं और तस्वीरें शेयर कर पीएम मोदी एक संदेश भी देने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी को 14 जनवरी को नई दिल्ली के लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर कुछ प्यारी गायों के साथ मकर संक्रांति का फसल उत्सव मनाते देखा गया। मकर संक्रांति के लिए गायों को दुलारते और खिलाते पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीरें वायरल हो गईं।
गौ सेवा (गायों की देखभाल करना) भी 11 दिवसीय अनुष्ठान का एक हिस्सा है जिसे पीएम मोदी अयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा (प्रतिष्ठा) के लिए मना रहे हैं। यह समारोह राम मंदिर के उद्घाटन का प्रतीक होगा। छोटे सींगों और लंबी पतली पूंछ वाली गायों को सहलाने और खिलाने की पीएम मोदी की तस्वीरों ने काफी उत्सुकता पैदा की। लोगों ने नस्ल की उत्पत्ति के बारे में सोशल मीडिया पर अटकलें लगाना शुरू कर दिया। अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में स्थित एक भारतीय मूल के निवेश सलाहकार ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें ये गायें कहां से मिलीं? मैंने भारत में इस तरह की गाय कभी नहीं देखी।