राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सरसंघचालक मोहन भागवत ने अयोध्या में बना रहे राम मंदिर की निर्माण का उल्लेख किया है। उन्होंने कहा है कि कई वर्षों का सपना अब पूरा होने जा रहा है। तीन दिवसीय प्रवास की समापन के मौके पर उन्होंने एक संबोधन में कहा कि अयोध्या में गुलामी का प्रतीक उठाया गया लेकिन वहां किसी भी दूसरी मस्जिद को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया। कर सेवकों ने कहीं कोई दंगा नहीं किया।
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का ऐतिहासिक आयोजन होना है। इस आयोजन से पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि मंदिर बनने की अलग खुशी है। लेकिन इस दिशा में अभी और काम करना है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस तपस्या के कारण इस सपने को पूरा किया जा रहा है वही तपस्या आगे भी जारी रहनी चाहिए। भागवत ने समाज को संगठित करने के लिए कहा कि जब पूरा राष्ट्रीय एकजुट होकर मजबूती के साथ खड़ा होता है तो दुनिया का सारा अमंगल दूर कर विश्व गुरु बन जाता है।
उन्होंने कहा कि दुनिया की अधिकतर संस्कृति समय के साथ मिट चुकी है लेकिन हिंदू संस्कृति एक ऐसी संस्कृति है जो कई तरह के उतार-चढ़ाव देखने के बाद भी अपने अस्तित्व को बनाए रखने में सफल रही है। उन्होंने कहा कि भारत में इतनी सारी भाषाएं हैं, देवी देवता और विविध पंथ होने के बाद भी उत्तर से दक्षिण तक और पूर्व से पश्चिम तक भारत के लोग मानते हैं कि हमें इसी तरह से जीना है, ताकि दुनिया भी हमसे प्रेरणा ले सकी और जीना सीख सके।