भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव के साथ रिश्तों में तनाव को देखते हुए तीखी टिप्पणी की है। हाल ही में भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में काफी दरार आई है, जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत को सेना हटाने का अल्टिमेटम देकर दी है।
इसी बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इस मामले पर तीखी टिप्पणी की है। कई दिनों से जारी इस विवाद में पहली बार एस जयशंकर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। एस जयशंकर ने कहा कि राजनीति तो राजनीति है। मैं किसी बात की गारंटी नहीं दे सकता हूं। उन्होंने कहा कि इस बात की गारंटी भी नहीं है कि हर देश हर समय भारत का समर्थन करे या उससे सहमति जताएगा।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट की मानें तो नागपुर में एक बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव के साथ जारी विवाद पर कहा कि राजनीति राजनीति होती है। मैं इसकी गारंटी नहीं दे सकता कि हर देश, हर दिन, हमारे समर्थन में होगा। हम जो करने की कोशिश कर रहे हैं वो मूल रूप से मजबूत संबंध बनाना है। बीते 10 वर्षों के दौरान इस दिशा में हमें काफी अधिक सफलता भी मिली है।