New Delhi: रविवार से Rahul Gandhi की Bharat Jodo Nyay Yatra, कांग्रेस ने कहा- यह चुनावी नहीं, एक वैचारिक यात्रा

New Delhi: रविवार से Rahul Gandhi की Bharat Jodo Nyay Yatra, कांग्रेस ने कहा- यह चुनावी नहीं, एक वैचारिक यात्रा

कन्याकुमारी से कश्मीर तक सफल भारत जोड़ो यात्रा के बाद, कांग्रेस मणिपुर के थौबल जिले से पूर्व से पश्चिम भारत जोड़ो न्याय यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए पूरी तरह तैयार है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे और इस कार्यक्रम में पार्टी के शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे। यात्रा 15 राज्यों के 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों, 337 विधानसभा क्षेत्रों से होकर 67 दिनों में 6,713 किमी की यात्रा करेगी, ज्यादातर बसों में और पैदल भी। यात्रा का समापन 20 और 21 मार्च को मुंबई में होगा।

इसको लेकर जानकारी देते हुए कांग्रेस के महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा कल यानी 14 जनवरी को मणिपुर के थौबल से शुरू होने जा रही है। राहुल गांधी कल सुबह 11 बजे इंफाल आएंगे और सबसे पहले खोंगजोम वॉर मेमोरियल जाएंगे। इस युद्ध स्मारक का महत्व सिर्फ मणिपुर के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक राजनीतिक दल द्वारा एक यात्रा है... हम राजनीतिक उद्देश्यों के लिए यात्रा निकालते हैं और हमारा उद्देश्य संविधान की रक्षा करना है... यह एक वैचारिक यात्रा है, चुनावी नहीं। 

रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी। यह यात्रा हमारे देश की राजनीति में परिवर्तनकारी क्षण बनकर उभरी थी। उसी को आगे बढ़ाते हुए राहुल गांधी जी कल भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। यानी हमारा पहला कदम भारत जोड़ो यात्रा था और अब दूसरा कदम भारत जोड़ो न्याय यात्रा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि PM मोदी अमृतकाल के सुनहरे सपने दिखा रहे हैं, लेकिन हकीकत है कि पिछले 10 साल, अन्याय के काल रहे हैं।  पिछले 10 साल में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अन्याय हुआ है, उसी को ध्यान में रखते हुए ये भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली जा रही है।

पार्टी ने भारतीय राष्ट्रीय समावेशी विकास गठबंधन (INDIA) ब्लॉक के सभी नेताओं को यात्रा के मार्ग में कहीं भी शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। पार्टी की ओर से जारी रूट के मुताबिक, यात्रा उत्तर प्रदेश में सबसे लंबी रहेगी और 11 दिनों में 1,074 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यह राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों से होकर गुजरेगा, जिसमें अमेठी, गांधी परिवार का गढ़ रायबरेली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी शामिल है। 

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