भारत में पिछले साल खेले गए आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. टूर्नामेंट में टीम पहले दौर से आगे नहीं बढ़ पाई. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस प्रदर्शन के बाद गुस्से में कई बड़े फैसले लिए. बाबर आजम को कप्तानी से हाथ धोना पड़ा. चयनसमिति को बरखास्त कर दिया गया यहां तक कि टीम के निदेशक की भी छुट्टी कर दी गई.
पाकिस्तान के पूर्व टीम निदेशक मिकी आर्थर ने स्वीकार किया कि पिछले साल वनडे विश्व कप के दौरान अहमदाबाद में भारत के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान माहौल बेहद पर प्रतिकूल था. यह उनके कार्यकाल के सबसे कठिन क्षणों में से एक था. पाकिस्तान विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने में नाकाम रहा था जिसके बाद आर्थर अपने पद से हट गए थे. उनकी जगह पूर्व ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज को टीम निदेशक नियुक्त किया गया.
आर्थर ने ‘विजडन’ से कहा,‘‘पाकिस्तान को किसी तरह का समर्थन नहीं मिल रहा था और यह बेहद मुश्किल था. पाकिस्तान की टीम अगर वास्तव में किसी चीज से प्रेरित होती है तो वह मैदानों और होटलों में मिलने वाला अविश्वसनीय समर्थन है. लेकिन यहां ऐसा कतई नहीं था और विश्व कप जैसी प्रतियोगिता में यह विशेषकर खिलाड़ियों के लिए काफी मुश्किल था. जैसी कि आप कल्पना कर सकते हैं अहमदाबाद में परिस्थितियां बेहद प्रतिकूल थी. हमें इसकी उम्मीद थी और इसका श्रेय हमारे खिलाड़ियों को जाता है कि उन्होंने कभी इसको लेकर शिकायत नहीं की.’’
आर्थर ने कहा, ‘‘उन्होंने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया लेकिन आखिर में प्रेरणा भी अपनी भूमिका निभाती है जबकि आपको कहीं से भी समर्थन नहीं मिल रहा हो.’’
विश्व कप में पाकिस्तान का अभियान मैदान के बाहर से जुड़े विवादों से भी घिरा रहा जिसमें तत्कालीन कप्तान बाबर आजम की व्हाट्सएप पर की गई बातचीत लीक होना भी शामिल है. आर्थर ने हालांकि कहा कि टीम बाहर की बातों से कभी प्रभावित नहीं हुई. उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान को लेकर बाहर जितनी बातें की जा रही थी वह अविश्वसनीय थी. आपको केवल अपना ट्विटर देखने की जरूरत थी जिससे पता चल जाता है की टीम को लेकर बाहर कितनी बातें की जा रही है जबकि इनमें कुछ भी सच्चाई नहीं थी.’’