लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर INDIA गठबंधन में लगातार मंथन चल रहा है. सीट बंटवारे के लिए मुकुल वासनिक के नेतृत्व वाली कांग्रेस कमेटी INDIA गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ दूसरी राउंड की बातचीत के लिए आज शुक्रवार से बैठक शुरू कर रही है. कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक के दिल्ली आवास पर पहले समाजवादी पार्टी और उसके बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ सीट शेयरिंग को लेकर दूसरे राउंड की बातचीत होगी. माना जा रहा है कि इस बैठक में सीट को लेकर कुछ ऐसी सहमति बन सकती है ताकि सूर्य के उत्तरायण होते ही INDIA गठबंधन की ओर से उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने का रास्ता साफ हो जाए?
बता दें कि पिछले सप्ताह कांग्रेस नेताओं की आम आदमी पार्टी और सपा नेताओं के साथ सीट बंटवारे के लिए अलग-अलग बैठकें हो चुकी हैं. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली के साथ हरियाणा, गुजरात, गोवा और असम में भी चुनाव लड़ने की डिमांड रखी थी. इसके अलावा पंजाब को लेकर बातचीत नहीं हुई थी. जबकि, सपा के साथ बैठक में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की सीटों को लेकर मंथन किया था. सपा ने कांग्रेस को यूपी में अमेठी और रायबरेली सीट पर चुनाव लड़ने की हरी झंडी दे दी थी, लेकिन बाकी सीटों को लेकर सहमति नहीं बन सकी थी.
पहली दौर की बैठक में नहीं हो सका फैसला
सीट शेयरिंग को लेकर पहले राउंड की बैठक में INDIA गठबंधन के बीच औपचारिक बैठक हुई थी. कांग्रेस को 2024 में किन सीटों पर चुनाव लड़ना है, उसका प्रस्ताव सपा नेताओं को सौंपा था तो सपा नेताओं ने सीट शेयरिंग का अपना फॉर्मूला कांग्रेस को दिया था. इसी तरह से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने भी सीटों को लेकर एक-दूसरे के मन को टटोलने का काम किया था. फिलहाल पहले राउंड की बातचीत में सीटों पर फैसला नहीं हो सका था. इसके बाद कांग्रेस की सपा और आम आदमी पार्टी के साथ 12 जनवरी को दोबारा से सीट शेयरिंग पर बैठक की बात कही गई थी. कांग्रेस, सपा और आम आदमी पार्टी ने पहले राउंड की बैठक के फॉर्मूले पर अपने-अपने शीर्ष नेतृत्व के साथ बात करने के बाद अब दोबारा से मिल रहे हैं.
उत्तर प्रदेश की सीट बंटवारे को लेकर INDIA गठबंधन के कांग्रेस और सपा नेताओं के बीच दूसरे राउंड की बैठक मुकुल वासनिक के आवास पर होगी. कांग्रेस ने प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों को तीन श्रेणी में बांट कर प्लान बनाया है. पहली प्राथमिकता श्रेणी में 35 सीटें रखी गई हैं जबकि दूसरी प्राथमिकता में 25 और तीसरी प्राथमिकता में 20 सीटें शामिल हैं. तीनों श्रेणी की सभी सीटों पर संभावित उम्मीदवार, वोटबैंक की स्थिति, सियासी समीकरण का ब्यौरा लेकर अजय राय दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं तो सपा भी कांग्रेस को 10 से 12 सीटें देने के मूड में है. सपा की ओर से महासिचव रामगोपाल यादव और जावेद अली कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत कर रहे हैं.
UP की 80 सीटों पर सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तैयार
कांग्रेस नेताओं की माने तो पहले राउंड की बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा के दौरान कांग्रेस ने पहली प्राथमिकता वाली सभी 35 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की मंशा जाहिर की थी. शुक्रवार की होने वाली बैठक में कांग्रेस और सपा के बीच सीटों के बंटवारे पर विस्तार से चर्चा होगी. इस बैठक में गठबंधन के सहयोगी दलों के सीटों पर भी चर्चा होगी, जिसमें सपा खुद कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, आरएलडी और कांग्रेस कितनी-कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, इस पर सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी.
सूत्रों की मानें यूपी की 80 लोकसभा सीटों को लेकर INDIA गठबंधन ने सीट शेयरिंग का एक फॉर्मूला तैयार कर लिया है, जिसके तहत सपा 50 से 52 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस यूपी में 18 से 20 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. आरएलडी को पांच सीटें मिल सकती है. इसके अलावा दलित नेता चंद्रशेखर आजाद के लिए एक सीट छोड़ी जा सकती है. चंद्रशेखर ने नगीना सीट से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रखी है. महान दल के केशव देव मौर्य को भी एक सीट मिल सकती है, लेकिन उन्हें सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ना होगा.
मायावती आईं तो फिर से तय होगा नया फॉर्मूला
कांग्रेस छोड़कर टीएमसी का दामन थामने वाले ललितेश पति त्रिपाठी भी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ सकते हैं. वो सपा कोटे से या फिर टीएमसी से चुनाव लड़ सकते हैं. INDIA गठबंधन में सुभासपा के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के लिए भी विकल्प रखा गया है. वो अगर एनडीए छोड़कर INDIA गठबंधन में आते हैं तो उन्हें 2 से 3 लोकसभा सीटें दी जा सकती है. सूत्रों की मानें तो बसपा के गठबंधन में आने पर INDIA गठबंधन के सीट शेयरिंग का फॉर्मूला बदल सकता है. फिर नए तरीके से सीट बंटवारा किया जाएगा, क्योंकि कांग्रेस का एक धड़ा बसपा को साथ लेने के लिए समर्थन में है. इसके अलावा कांग्रेस की सीटों पर सपा को एतराज है.
वहीं, आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस सीट बंटवारे पर मंथन करेगी, जिसकी बैठक भी शाम को होनी है. पहले राउंड की बैठक में दोनों ही दलों के तरफ से सीट शेयरिंग को लेकर मन टटोलने की कोशिश की गई थी. आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने कहा कि उनकी पार्टी पंजाब, हरियाणा, गुजरात, गोवा और दिल्ली सहित पांच राज्यों में कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा था कि गठबंधन पर दोनों पक्षों द्वारा आधिकारिक रुख सामने रखने की जरूरत है.
सूत्रों की मानें तो आम आदमी पार्टी ने गठबंधन के तहत दिल्ली की सात लोकसभा सीट में 4 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है तो 3 सीटें कांग्रेस को दे रही है. कांग्रेस दिल्ली की जिन 3 सीटों को मांग रही है, उसमें उत्तर पूर्वी दिल्ली, चांदनी चौक और नई दिल्ली संसदीय सीट है. वहीं, पूर्वी दिल्ली, साउथ दिल्ली, उत्तरी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली सीट पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ सकती है. सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच औपचारिक चर्चा आज शुक्रवार को शुरू होगी, जिसमें आम आदमी पार्टी की तरफ से संदीप पाठक, आतिशी, सौरभ भारद्वाज और राघव चड्ढा शामिल होंगे. पहली बैठक में राघव चड्डा शामिल नहीं थे, लेकिन आज की बैठक में वह शिरकत करेंगे.