Uttar Pradesh: जिन विपक्षी पार्टियों ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराया, उनके खिलाफ बनाया बड़ा प्लान

Uttar Pradesh: जिन विपक्षी पार्टियों ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराया, उनके खिलाफ बनाया बड़ा प्लान

राम के नाम से बन जाएगा काम. बीजेपी फिर एक बार प्रभु राम की शरण में है. राम काज के बहाने बीजेपी अगला लोकसभा चुनाव भी पार कर लेना चाहती है. राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को फोकस में रख कर पार्टी की रणनीति बन रही है. अयोध्या से लेकर लखनऊ तक हुई बैठकों में इस पर होम वर्क कर लिया गया है. पार्टी राम के नाम के साथ-साथ मोदी सरकार का काम घर-घर पहुंचाने की तैयारी में है. पूजित अक्षत और राम की फोटो लेकर संगठन के लोग देश के कोने-कोने में जा रहे हैं. सबको अयोध्या आकर भगवान के दर्शन के लिए निमंत्रण भेजा जा रहा है.अयोध्या में सबके खाने-पीने और रूकने का इंतजाम बीजेपी कर रही है. व्यवस्था ऐसी कि अयोध्या से लौटने के बाद सब मन से बीजेपी को धन्यवाद दें. देश के कोने-कोने को राममय करने का पूरा प्लान बन चुका है.

इंडिया गठबंधन के साथी सीटों के बंटवारे में उलझे हैं. इधर,. बीजेपी बूथ तक की तैयारी कर चुकी है. सभी सांसदों, विधायकों और मंत्रियों से कह दिया गया है कि वे 1 फरवरी से गांव-गांव में डेरा डाल दें. इस बार सभी सांसदों और विधायकों को बीजेपी यह सिखाएगी कि वह कैसे वोट मांगे? इसके साथ ही सरकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए उन्हें क्या करना चााहिए. यह ट्रेनिंग जल्दी ही वर्चुअली शुरू होगी. सीएम योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े के साथ बीजेपी नेताओं की बैठक में इस पर चर्चा हुई.

80 सीटों को 20 क्लस्टर में गया बांटा

बीजेपी ने लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए यूपी की 80 लोकसभा सीटों को 20 क्लस्टर में बांटा है. एक क्लस्टर में चार-चार लोकसभा सीटें रखी गई हैं. हर क्लस्टर का जिम्मा एक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मंत्री या वरिष्ठ नेता को दिया गया है. बीजेपी ने यह भी तय किया है कि अब वोटर के सुझाव के आधार पर ही अपना घोषणा पत्र (लोकसंकल्प पत्र) बनाएगी. बीजेपी जल्दी ही सांसदों और विधायकों को यह सिखाएगी कि वह कैसे वोट मांगे? इसके साथ ही उन्हें सरकारी योजनाओं को कैसे जनता तक सही ढंग से पहुंचाया जाए, यह भी बताया जाएगा.

साथ ही उन्हें इलेक्शन मैनेजमेंट भी भी ट्रेनिंग की जाएगी. बीजेपी यह ट्रेनिंग देने के लिए प्रफेशनल ट्रेनर की भी मदद लेगी. यह ट्रेनिंग फरवरी में वर्चुअल दी जाएगी. यूपी के सभी सांसदों और विधायकों को एक हॉल में इकट्ठा किया जाएगा. बीजेपी फरवरी से ही लोक संकल्प पत्र बनाने में जुट जाएगी. इसके लिए सभी से सुझाव मांगे गए हैं? वह लिखकर अपने सुझाव देंगे. यह सुझाव पूरे देश से इकट्ठा कर केंद्रीय कार्यालय को भेज जाएंगे. पीएम नरेंद्र मोदी खुद इन सुझावों को देखेंगे. इसी आधार पर घोषणा पत्र बनाया जाएगा.

12 फरवरी तक गांव में डेरा डालेंगे मंत्री, विधायक और सांसद

बीजेपी की बैठक में तय हुआ कि सभी मंत्री, विधायक और सांसद एक फरवरी से 12 फरवरी तक गांवों में डेरा डालेंगे. पार्टी बड़े स्तर पर गांव चलो अभियान चलाने जा रही है. इसमें गांवों में एक दिन रुककर वहां चौपाल पर संवाद किया जाएगा. गांव वालों से मिलकर उनकी समस्याएं समझी जाएंगी.उन्हें बताया जाएगा कि किस तरह से वह योजनाओं का लाभ पा सकते हैं. सभी पार्टी पदाधिकारियों को पन्ना प्रमुख की जिम्मेदारी दी जाएगी. यह पन्ना प्रमुख हर रोज 15 परिवारों से संपर्क कर उनके साथ चाय पीयेंगे. बीजेपी इसी महीने सभी लोकसभा क्षेत्रों के प्रभारी और संयोजक घोषित कर देगी. इसकी सूची तैयार कर ली गई है.

लखनऊ में हुई मीटिंग में फैसला हुआ कि चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन बड़ी रैलियां होंगी. यूपी बीजेपी ने केंद्रीय नेतृत्व को सुझाव दिया है कि यह रैलियां आजमगढ़, अलीगढ़ और लखनऊ में करवाई जाएं. इसके साथ यह भी तय किया गया है कि सभी विधानसभा में प्रबुद्धवर्ग के सम्मेलन आयोजित हों. साथ ही सभी विधानसभा में वहां की प्रमुख जाति का सम्मेलन भी आयोजित किया जाए. इन सम्मेलनों में भी केंद्रीय मंत्री और सरकार के मंत्री भी मौजूद रहेंगे. इस बैठक में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल भी मौजूद रहे.

बैठक के आखिर में सबसे बड़ा फ़ैसला हुआ. बीजेपी ने यह भी तय किया है कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता ठुकराने वाले विपक्षी दलों का चेहरा बेनकाब किया जाएगा. खासतौर पर कांग्रेस और सपा के खिलाफ यूपी में सोशल मीडिया पर अभियान चलेगा. सभी नेता घर-घर जाकर राम मंदिर निर्माण का विरोध करने वाली और प्राण प्रतिष्ठा समारोह में न आने वालों का सच बताएंगे.

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