प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार 10 जनवरी को वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करने वाले हैं। वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन का आयोजन 10 से 12 जनवरी तक किया जाएगा। इस सम्मेलन का यह दसवां संस्करण है जिसका विषय गेटवे टू द फ्यूचर रखा गया है। इस सम्मेलन में 34 देश और 16 संगठन हिस्सा ले रहे है।
कार्यक्रम का उद्घाटन गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में होगा। इस आयोजन में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी हिस्सा लेंगे। बता दे कि इस समिट के जरिए रचनात्मक संवाद, रणनीतिक सहयोग के लिए मंच तैयार किया गया है जो गुजरात की आर्थिक समृद्धि को नई रफ्तार देगा। इस शिखर सम्मेलन में मुख्य रूप से प्रौद्योगिकी, नवाचार, बुनियादी ढांचे समेत कई क्षेत्रों पर चर्चा होगी। बता दे की कुछ वाइब्रेंट गुजरात समिट को आर्थिक विकास, व्यापार अवसर और निवेश संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच माना जाता है।
कार्यक्रम का उद्घाटन करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेट्र फियाला ने गुजरात के गांधीनगर में मुलाकात की। उनके अलावा पीएम मोदी मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप जैसिंटो न्यूसी से भी मिले और उनका वाइब्रेंट गुजरात में स्वागत किया। तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्टा भी यहां समिट में हिस्सा लेने पहुंचे है। वहीं यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने गांधीनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
सभी वैश्विक नेताओं का स्वागत करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर कन्वेंशन और प्रदर्शनी केंद्र में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में भाग लिया।
समिट से पहले की यूएई के राष्ट्रपति से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने मंगलवार को यहां द्विपक्षीय बैठक की और दोनों देशों के बीच तेजी से बढ़ रही द्विपक्षीय साझेदारी की सराहना की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं की मौजूदगी में भारत और यूएई के बीच चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए, जिनमें से एक गुजरात सरकार और दुबई स्थित बहुराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स कंपनी डीपी वर्ल्ड के बीच हुआ करार शामिल है। मोदी और अल नाहयान के बीच गत सात महीने से भी कम समय में यह चौथी मुलाकात थी।