कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के नवनियुक्त प्रभारी अविनाश पांडे ने रविवार को कहा कि कांग्रेस ने कभी भगवान राम या कृष्ण के नाम पर लोगों की आस्था से खिलवाड़ नहीं किया। पांडे ने पीटीआई- से बातचीत में कहा कि आगामी 15 जनवरी को वह निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अयोध्या जाएंगे लेकिन उनकी इस यात्रा का कोई राजनीतिक अर्थ नहीं निकला जाना चाहिए और वह अपनी व्यक्तिगत आस्था के कारण वहां जा रहे हैं।
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, चाहे भगवान राम हों या भगवान कृष्ण, कांग्रेस ने कभी भी लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं किया है और ऐसा कभी नहीं करेगी। पांडे ने कहा, प्रभु श्री राम हमारे दिल में बसते हैं और हर दिन मैं उनके सामने दो बार सिर झुकाता हूं। इस सवाल पर कि क्या (आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर) बसपा के साथ कोई बातचीत चल रही है, पांडे ने कहा, राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय समिति इस पर काम कर रही है।
बसपा के साथ उनकी क्या चर्चा हुई हैमुझे पता नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा, जब सबका लक्ष्य एक ही है कि हमें बाहर आना है और अघोषित आपातकाल से छुटकारा पाना है। इसके लिए भाजपा को हराना होगा और सभी समान विचारधारा वाली पार्टियों को एक लक्ष्य के साथ एक साथ आना होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राय ने पार्टी कार्यकर्ताओं के अयोध्या के कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, 15 जनवरी को मैं अयोध्या जा रहा हूं। हमारे महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया भी अयोध्या जाएंगे। कुल मिलाकर, लगभग 100 कांग्रेस नेता अयोध्या जाएंगे।
इस सवाल पर कि क्या पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई मकर संक्रांति पर यात्रा करके जनता को कोई संदेश देना चाहती है, राय ने कहा, हम अपनी धार्मिक भावनाओं के कारण जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद यह मेरी पहली अयोध्या यात्रा है। पहले मैं कई बार अयोध्या जा चुका हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता अयोध्या पहुंचकर सरयू नदी में डुबकी लगाएंगे, राम मंदिर के दर्शन करेंगे और अयोध्या में हनुमानगढ़ी के भी दर्शन करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस नेता अयोध्या से लौटने के बाद अयोध्या में खिचड़ी भोज लेंगे या लखनऊ में, राय ने कहा, यह जरूरी नहीं है कि खिचड़ी भोज ही हो।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, मैं बाबा विश्वनाथ की नगरी से हूं। भगवान राम में हमारी आस्था है। वे (भाजपा) धर्म के नाम पर आयोजन करते हैं। खरमास अब भी चल रहे हैं, वे अक्षत (एक शुभ कार्य) वितरित कर रहे हैं। वे खरमास के दौरान निमंत्रण वितरित कर रहे हैं। खरमास के दौरान वे शुभ कार्य कर रहे हैं। लखनऊ के ज्योतिषी त्रिलोकीनाथ सिंह के अनुसार, खरमास को अशुभ समय माना जाता है। इस दौरान सभी शुभ कार्य वर्जित होते हैं। इसकी शुरुआत 16 दिसंबर 2023 को हुई और समापन 15 जनवरी 2024 को हुआ। इसे मलमास भी कहा जाता है।