दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को जेल में बंद आम आदमी पार्टी (आप) के गुजरात कार्यकारी अध्यक्ष और डेडियापाड़ा विधायक चैतर वसावा और उनकी पत्नी शकुंतला वसावा से राजपीपला उप-जेल में मुलाकात की। 30 अक्टूबर, 2023 को वन अधिकारियों पर जबरन वसूली और हमले के एक कथित मामले में गिरफ्तारी के बाद से दंपति उप-जेल में बंद हैं। आप नेताओं ने दावा किया कि सत्तारूढ़ भाजपा का “अत्याचार और तानाशाही” ने सारी हदों को पार कर लिया है।
केजरीवाल ने कहा कि चैतर वसावा, उनकी पत्नी और आदिवासी समाज की बहू को गुजरात की भाजपा सरकार ने फर्जी केस में गिरफ्तार किया है। आदिवासी समाज में बहुत रोष है। चैतर वसावा अपने लोगों के जल, जंगल, ज़मीन, स्कूल और अस्पताल के लिए लड़ते आए हैं। उनकी गिरफ्तारी का लोग बदला लेंगे, भाजपा को गुजरात से उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा कि हम चैतर वसावा और शकुंतलाबेन से मिले...वे ठीक हैं, स्वस्थ हैं, उनका हौसला बुलंद है और वे लड़ेंगे और संघर्ष करेंगे। आखिरकार हमें भाजपा को गुजरात से उखाड़ फेंकना है और ये काम जनता करेगी क्योंकि इनका अत्याचार और तानाशाही का घड़ा भर चुका है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि विधायक को जेल में डाल दिया गया क्योंकि उन्होंने जनता को प्रभावित करने वाले मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि विधायक और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी से गुजरात के आदिवासी समुदाय में गुस्सा है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों ने रविवार को (भरूच में) रैली में अपना गुस्सा जाहिर किया। मान ने कहा कि भाजपा जिस तरह से जनता के लिए लड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है, वह पूरे देश के लिए एक चुनौती है। उन्होंने दावा किया, “जो भी जनता के लिए काम करता है और लोकप्रिय है, उसे ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करके फर्जी मामलों के आधार पर जेल में डाल दिया जाता है।” उन्होंने कहा कि यह तानाशाही है और लंबे समय तक नहीं चलेगी। चैतर वसावा एक लोकप्रिय नेता हैं जिन्होंने जनता के लिए लड़ाई लड़ी है