वाराणसी के श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नए नियमों को अनदेखा कर 5 लोगों को वीआईपी सुगम दर्शन कराना सब इंस्पेक्टर को महंगा पड़ गया. चौक सब मंदिर प्रशासन ने सब इंस्पेक्टर पर कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया है. अब सब इंस्पेक्टर आशीष सिंह के वेतन से जुर्माने के 1500 रूपये काटकर मंदिर में जमा कराए जाएंगे. आशीष सिंह ने बिना प्रोटोकॉल 5 लोगों को वीआइपी सुगम दर्शन कराए थे.
1 जनवरी से काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए नई गाइड लाइन जारी की गई थी. वीआईपी दर्शन के लिए कुछ चुनिंदा पदों पर आसीन व्यक्तियों को प्रोटोकॉल आदेश के अंतर्गत आने वालो को ही वीआईपी दर्शन की सुविधा दी गई है. बाकी दर्शनार्थियों को वीवीआईपी दर्शन के लिए 300 रुपया प्रति व्यक्ति के दर से टिकट लेना होता है.
मंदिर प्रशासन ने सब इंस्पेक्टर पर लगाया जुर्माना
मंदिर के नए नियमों को धता बताते हुए चौक सब इंस्पेक्टर आशीष सिंह ने 5 लोगों को वीआइपी दर्शन कराए थे. शुक्रवार को सब इंस्पेक्टर ने बिना प्रोटोकॉल के इन्हें स्पर्श दर्शन कराए थे. दर्शन करने वाले पांचो व्यक्तियों ने फीस की रकम भी जमा नहीं की थी. मंदिर प्रशासन को जब इसकी जानकारी हुई तो सब इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की गई. मंदिर प्रशासन ने इसकी लिखित शिकायत पुलिस कमिश्नर से की.
1 जनवरी को मंदिर के नियमों में हुआ बदलाव
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए रोजाना बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. नए साल के शुरूआती दिनों में भीड़ में बड़ा इजाफा हो जाता है. इस दौरान भक्तो की सुविधाओं को देखते हुए मंदिर में दर्शन के लिए नई गाइड लाइन जारी की जाती है. बीती 1 जनवरी को मंदिर में दर्शन के नियमों में बदलाव किया गया था. इसके लिए 30 दिसंबर को वाराणसी कमिश्नर कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में कार्यपालक समिति की बैठक में नए नियमों का फैसला लिया गया था.
वीआईपी दर्शनं के लिए जमा करना होता है 300 रूपये का शुल्क
1 जनवरी से धाम के नए नियम के मुताबिक वीआईपी दर्शन के लिए देश के राष्ट्रपति से लेकर राज्यमंत्री तक 86 नामों/पदों को दर्शन के लिए वीआईपी माना गया है. मंदिर प्रशासन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर सुनील वर्मा ने बताया की सूची में जिनके नाम हैं वो ही प्रोटोकॉल की श्रेणी में आएंगे और उनके साथ आने वाले लोगों को मंदिर की निर्धारित व्यवस्था के अनुसार सुविधाएं दी जाएंगी. इस लिस्ट के बाहर के किसी व्यक्ति को अगर वीआईपी दर्शन करना है तो उसे 300 रूपये का शुल्क जमा करना पड़ेगा.