प्रतिष्ठित बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर को हिंदुओं की बड़ी जीत करार देते हुए कहा है कि यह उत्सव दीपावली से भी बहुत खास है क्योंकि इस दिन का सैंकड़ों वर्षों से इंतजार था। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के सभी राम भक्त और भारतीयों को अब 22 जनवरी का इंतजार है। उन्होंने कहा कि यह हिंदुओं और सनातनियों के लिए सबसे बड़ी जीत की तरह है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नोएडा में मीडिया से बातचीत में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भगवान राम राजनीति का विषय नहीं हैं। उन्होंने कहा कि धर्म से राजनीति चलती है। राजनीति से धर्म नहीं चलती। उन्होंने कहा कि भगवान राम की स्वयं की नीति है- मर्यादा, एकता, संप्रभुता और विश्व में शांति। उन्होंने कहा कि हमारे श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, वह जातिवाद से ऊपर हैं, वह संपूर्ण विश्व की एकता पर विश्वास करते हैं, वह अधर्म करने वालों को ठिकाने लगाते हैं और राम शबरी के झूठे बेर खाते हैं, नर होकर वानर का मान बढ़ाते हैं।
भगवान राम और अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर विपक्ष के कुछ नेताओं की ओर से आ रही अमर्यादित टिप्पणियों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जो लोग भगवान श्रीराम का सम्मान नहीं कर सकते, वे उनका अपमान भी नहीं करें। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमने उनकी आस्था या उनके भगवान को बुरा नहीं कहा और उनके भगवान के सबूत भी नहीं मांगें। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमने मक्का-मदीना पर कभी अंगुली नहीं उठाई, हमने अजमेर पर कभी अंगुली नहीं उठाई। हम उनकी भावनाओं का रखते हैं इसलिए वह भी हमारी भावनाओं का ख्याल रखें। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि रामोत्सव को पहली बार पूरे विश्व की मीडिया कवर करने आ रहा है। यह दिन अद्भुत है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि राम मंदिर का चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है। जनता जहां चाहती है वहां वोट देती है। यह उसका अधिकार है। उन्होंने कहा कि देश संविधान से चलता है और धर्म आस्था से चलता है। हमारी आस्था पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए।