नई दिल्ली: ग्लेन मैक्ग्राथ (Glenn McGrath) की गिनती ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में की जाती है. उनके बेहतरीन रिकॉर्ड इसकी गवाही देते हैं.लंबे कद के इस गेंदबाज ने 124 टेस्ट में 21.64 के औसत से 563 और 250 वनडे में 22.02 के औसत से 381 विकेट हासिल किए. एक तेज गेंदबाज के तौर पर मैक्ग्राथ के एक्शन को आदर्श माना जाता है और आज भी कई तेज गेंदबाज इसे कॉपी करने की प्रयास करते हैं.
53 साल के मैक्ग्राथ ने करीब 15 साल के इंटरनेशनल करियर में वैसे तो कई रिकॉर्ड बनाए लेकिन इसमें एक रिकॉर्ड बेहद अनूठा है. यह रिकॉर्ड है इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी20) में अपने करियर के आखिरी ओवर में विकेट लेने का. हालांकि इस दौरान वे तीनों फॉर्मेट में अपने करियर की आखिरी गेंद पर विकेट लेने से चूक गए थे. साथी प्लेयर्स के बीच ‘पिजन (Pigeon)’ के नाम से पापुलर मैक्ग्राथ ने टेस्ट और टी20I की आखिरी गेंद पर विकेट लिया था लेकिन ‘एक बॉल के अंतर’ से वनडे में आखिरी गेंद पर विकेट लेने से चूक गए थे.
जनवरी 2007 में खेला आखिरी टेस्ट
मैक्ग्राथ ने अपना आखिरी टेस्ट जनवरी 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ सिडनी में खेला और अपने आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर जेम्स एंडरसन को माइकल हसी के हाथों कैच कराया था. यह मैच ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से जीता था. करियर का आखिरी टी20I उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 13 जून 2005 को साउथैम्पटन में खेला था और अपने आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर पॉल कॉलिंगवुड को रिकी पोटिंग से कैच कराया था. मैक्ग्राथ के इस आखिरी टी20I में इंग्लैंड टीम 100 रन से जीतने में सफल रही थी.
आखिरी वनडे मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला था
मैक्ग्राथ ने आखिरी वनडे मैच 28 अप्रैल 2007 को ब्रिजटाउन (आईसीसी वर्ल्डकप के दौरान) में श्रीलंका के खिलाफ खेला था, इस मैच में अपने आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर उन्होंने रसेल अर्नोल्ड को आउट किया था.मैक्ग्राथ की वनडे इंटरनेशनल की आखिरी गेंद को चामिंडा वास ने सुरक्षित खेल लिया था और आखिरी गेंद पर यह तेज गेंदबाज विकेट नहीं ले सका था.ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 53 रन(D/L method)से जीता था.