अक्सर ऐसा होता है कि लोग पुराने लैपटॉप के स्लो होते ही इसे बदलकर नया लैपटॉप खरीदने के बारे में सोचने लगते हैं. या सीधे सर्विस सेंटर लेकर चले जाते हैं. हालांकि, आप छोटी-मोटी दिक्कतों को आसानी से घर पर ही ठीक कर सकते हैं. साथ ही कुछ कंपोनेंट्स को बदलवाकर या ऐड कर नया लैपटॉप खरीदने से भी बच सकते हैं. ऐसे में हम यहां आपको इन्हीं कुछ टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
लैपटॉप की स्पीड को इंप्रूव करने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के कॉम्बिनेशन की जरूरत होती है. आइए जानते हैं उन टिप्स के बारे में जिनकी मदद से आप लैपटॉप की स्पीड बढ़ा सकते हैं.
सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन्स:
विंडोज में कंट्रोल पैनल या Mac में ऐप्लिकेशन्स में जाकर आप उन प्रोग्राम्स को अनइंस्टॉल कर सकते हैं, जिन्हें आप इस्तेमाल नहीं करते.
Windows में टास्क मैनेजर या Mac में Activity Monitor को इस्तेमाल कर आप गैरजरूरी प्रोग्राम्स को बंद कर सकते हैं.
डिस्क स्पेस को फ्री करने और गैरजरूरी फाइल्स को क्लिन कर दें. इसके लिए विंडोज में बिल्ट-इन डिस्क क्लिनअप टूल और Mac में डिस्क यूटिलिटी का इस्तेमाल करें.
हमेशा ऑपरेटिंग सिस्टम को अप टू डेट रखें. क्योंकि, अपडेट्स में अक्सर परफॉर्मेंस इंप्रूवमेंट्स होते हैं.
किसी भी मेलिशियस प्रोग्राम को रिमूव करने के लिए किसी भरोसेमंद एंटीवायरस या एंटी मैलवेयर सॉफ्टवेयर को रन करें.
अपने ऑपरेटिंग सिस्टम से किसी भी गैरजरूरी विजुअल इफेक्ट को बंद कर दें.
ध्यान रखें कि आपके डिवाइस ड्राइवर्स (ग्राफिक्स, साउंड, नेटवर्क) बेहतर कंपैटिबिलिटी और परफॉर्मेंस केलिए अपडेटेड हों.
विंडोज में Temporary Files को डिलीट कर दें.
हार्डवेयर ऑप्टिमाइजेशन्स:
हार्डवेयर ऑप्टिमाइजेशन्स के लिए आपको किसी प्रोफेशनल की जरूरत होगी. ये तरीके खासतौर पर तब काम आएंगे जब घर बैठे सॉफ्टवेयर अपग्रेड्स के जरिए आपका काम नहीं बन पाएगा.
रैम को अपग्रेड करें. इससे लैपटॉप की परफॉर्मेंस तुरंत ही काफी ज्यादा बढ़ जाएगी. खासतौर पर अगर आप मेमोरी-इंटेसिव ऐप को ज्यादा इस्तेमाल करते हों.
अपने ट्रेडिशनल हार्ड ड्राइव को रिप्लेस करें.
ध्यान रहे कि हार्ड ड्राइव का स्टोरेज फ्री रहे. इसके लिए आप गैरजरूरी फाइल्स को डिलीट कर सकते हैं.
सुनिश्चित करें कि आपके लैपटॉप का कूलिंग सिस्टम ठीक से काम कर रहा हो. इसके लिए ओवरहीटिंग को रोकने के लिए वेंट्स और फैन्स को क्लिन कर दें.
ग्राफिक्स कार्ड को अपडेट कर दें.
ऑपरेटिंग सिस्टम को फिर से इंस्टॉल कर दें.
ध्यान रहे कि सिस्टम में किसी भी बदलाव करने से पहले आपने महत्वपूर्ण डेटा को बैकअप कर लिया हो.