उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा हिंदू धर्म पर दिए गए विवादित बयान को लेकर जौनपुर जिले में सपाइयों में नाराजगी है. पार्टी को कमजोर करने वाले ऐसे नेताओं को सपा नेताओं द्वारा ही अब पार्टी से बाहर करने और उन्हें पाकिस्तान भेजने की बात कही जा रही है.
दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य कुछ दिनों से हिंदू धर्म तो कभी ब्राम्हणों पर तो कभी सनातन धर्म को लेकर विवादित और आपत्तिजनक बयान देकर चर्चा में बने हैं, लेकिन स्वामी के ये जहरीले बोल अब उन्हीं के पार्टी के नेताओं और समर्थकों को पसंद नहीं आ रहे हैं. सपा समर्थक स्वामी जैसे नेता पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
BJP के एजेंट हैं, पार्टी को कमजोर कर रहे हैं स्वामी
समाजवादी पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ के निवर्तमान जिला उपाध्यक्ष शेखर साहू ने बातचीत में कहा कि समाजवादी पार्टी किसी भी जाति और धर्म के खिलाफ गलत बयानबाजी करने की इजाजत किसी को नहीं देती है. हिंदुओं को लेकर दिया गया स्वामी का विवादित बयान उनका निजी बयान है. उनकी बेटी BJP में है. वो सपा को कमजोर करने के लिए BJP का एजेंट बनकर काम कर रहे हैं, ताकि आम जनता समाजवादी पार्टी से नाराज हो.
यादव से पहले हिंदू हूं, प्रभू श्रीराम हमारे आराध्य हैं
स्वामी की बयानबाजी से जौनपुर में यादव वर्ग में भी बेहद नाराजगी है. सपा नेता विजय पाल यादव ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य केवल पार्टी को कमजोर और अखिलेश यादव का सिर झुकाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यादव होने से पहले वो हिंदू हैं और प्रभु श्रीराम हिंदुओं के आराध्य हैं.
इसलिए किसी भी जाति-धर्म पर विवादित टिप्पणी करके आहत करना सही नहीं है. ऐसे नेताओं को मारकर पार्टी से निकालते हुए पाकिस्तान भेज देना चाहिए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जल्द ही इनके ऊपर कार्रवाई करेंगे.