उत्तर प्रदेश के कन्नौज में हुए एनकाउंटर के दौरान कांस्टेबल सचिन राठी की मौत को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. नया बवाल डॉक्टर के बयान के बाद शुरू हुआ है. सचिन राठी का इलाज करने वाले डॉक्टर ने मीडिया में बयान देकर सनसनी फैला दी है. कहा कि कांस्टेबल राठी को अस्पताल पहुंचाने में देरी हुई है. साथ ही यह भी कहा कि आधे घंटे पहले भी यदि पुलिस कांस्टेबल राठी को अस्पताल पहुंचा देती तो उसकी जान बच सकती थी.
अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर हसीब ने बताया कि एनकाउंटर के तुरंत बाद पुलिस ने उन्हें फोन कर सूचित तो कर दिया कि एक कांस्टेबल को गोली लगी है और उसे अस्पताल ले जाया जा रहा है. बावजूद इसके, घंटे भर बाद गंभीर रूप से घायल कांस्टेबल सचिन राठी को अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टर हसीब कहते हैं कि करीब 4:55 बजे कांस्टेबल को भर्ती कराया गया. उस समय तक स्थिति गहरा चुकी थी. यदि पुलिस आधे घंटे पहले कांस्टेबल को लेकर आ गई होती तो सचिन की जान बच सकती थी.
नोटिस चिपकाने गई थी पुलिस
मामला कन्नौज में विशुन गढ़ थाना क्षेत्र के धीरपुर नगरीय गांव का है. इस गांव में रहने वाले बदमाश अशोक उर्फ मुन्ना के घर कुर्की का नोटिस लगाने के दौरान फायरिंग में कांस्टेबल सचिन राठी को गोली लगी थी. उस घटना के वक्त सचिन के साथ चीता मोबाइल पर चार अन्य पुलिसकर्मी भी थे, लेकिन फायरिंग शुरू होते ही ये सभी पुलिसकर्मी अपनी जान बचाने में लग गए. वहीं बैकअप मिलने के बाद सचिन को उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था.