पाकिस्तानी मूल के दिग्गज क्रिकेटर और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के बीच आर पार की लड़ाई जारी है. आईसीसी ने इस ओपनर को बेशक पहले फटकार लगाई हो बावजूद इसके लेफ्ट हैंड यह सलामी बल्लेबाज मामले को खत्म करने का नाम नहीं ले रहा. हर बार कोई नया तरीका खोजकर क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था यानी आईसीसी को ठेंगा दिखा रहा है. यही नहीं, इस खिलाड़ी को चैंपियन टीम यानी ऑस्ट्रेलियाई टीम का भी सपोर्ट मिल गया है. मेलबर्न टेस्ट मैच के पहले दिन पाकिस्तान के खिलाफ इस धाकड़ ओपनर ने फिर कुछ ऐसा कारनामा किया जिसे देखकर लोग हैरान हैं.
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्रिकेट खेलने वाले पाकिस्तानी मूल के ओपनर उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) पाकिस्तान के खिलाफ पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में बांह पर काली पट्टी बांधकर उतरे थे. ख्वाजा ने फिलिस्तीन के समर्थन में यह काली पट्टी बांधी थी. जिसके बाद आईसीसी (ICC) ने उन्हें कड़ी फटकार लगाकर छोड़ दिया था और भविष्य में ऐसा नहीं करने की सलाह दी थी. इसके बाद ख्वाजा ने आईसीसी से अनुरोध किया था कि उन्हें बैट और जूते पर ब्लैक डव की स्टीकर लगाने की इजाजत दी जाए लेकिन आईसीसी ने ख्वाजा के इस आग्रह को सिरे से खारिज कर दिया था. ब्लैक डव (Black Dove) को फिलिस्तीन में शांति और स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाता है.
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्रिकेट खेलने वाले पाकिस्तानी मूल के ओपनर उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) पाकिस्तान के खिलाफ पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में बांह पर काली पट्टी बांधकर उतरे थे. ख्वाजा ने फिलिस्तीन के समर्थन में यह काली पट्टी बांधी थी. जिसके बाद आईसीसी (ICC) ने उन्हें कड़ी फटकार लगाकर छोड़ दिया था और भविष्य में ऐसा नहीं करने की सलाह दी थी. इसके बाद ख्वाजा ने आईसीसी से अनुरोध किया था कि उन्हें बैट और जूते पर ब्लैक डव की स्टीकर लगाने की इजाजत दी जाए लेकिन आईसीसी ने ख्वाजा के इस आग्रह को सिरे से खारिज कर दिया था. ब्लैक डव (Black Dove) को फिलिस्तीन में शांति और स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाता है.